भारत में आईफोन (iPhone) बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन इंडिया ( Foxconn India ) विवादों में घिर गई है। कंपनी पर अपने आईफोन प्लांट में विवाहित महिलाओं को नौकरी न देने का आरोप लगाया गया है। इस मामले को अब श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने भी संज्ञान में लिया है।
विवाहित महिलाओं के आभूषण काम में बाधा
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार फॉक्सकॉन इंडिया अपने प्लांट में शादीशुदा महिलाओं को नौकरी देने के मामले में भेदभाव करता है। इसकी वजह उन पर अधिक जिम्मेदारियां और महिलाओं का गर्भवती हो जाना है। वहीं अविवाहित महिलाओं के साथ यह चिंता नहीं होती।
इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया की शादीशुदा महिलाओं के आभूषण उत्पादन में खलल डालते हैं। रॉयटर्स ने यह दावा फॉक्सकॉन इंडिया के चेन्नई स्थित प्लांट के बारे में किया है। इस प्लांट में आईफोन का उत्पादन होता है।
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श्रम विभाग ने लिया एक्शन
रॉयटर्स की यह खबर सामने आने के बाद हंगामा मच गया। महिलाओं को नौकरी देने में भेदभाव के मामले में अब श्रम एवं रोजगार विभाग की तरफ से संज्ञान लिया गया। विभाग ने कहा है कि उन्होंने तमिलनाडु के श्रम एवं रोजगार विभाग से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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कंपनी ने दिया जवाब
फॉक्सकॉन में विवाहित महिलाओं की जॉब का मामला बढ़ने पर कंपनी को इसमें जवाब देना पड़ा। कंपनी ने इन आरोपों को गलत बताते हुए सफाई दी है।
कंपनी ने बताया कि उनके प्लांट में 70 फीसदी महिला कर्मचारी हैं। इसके अलावा कंपनी की तरफ से कहा गया है कि उनके नए कर्मचारियों में 25 फीसदी शादीशुदा महिलाएं हैं। कंपनी उनकी सुरक्षा का भी पूरी तरह ध्यान रखती है।
कंपनी का कहना है कि उनकी हाइरिंग पॉलिसी में महिलाओं को नौकरी न देने का कोई नियम नहीं है। जिन लोगों को कंपनी में नौकरी नहीं मिल पाई उन्हीं की तरफ से यह झूठी खबर फैलाई जा रही है।
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