मध्य प्रदेश में महिला स्व सहायता समूहों के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा ( mp self help group scam )। महिलाओं की हक की कमाई पुरुष ठेकेदारों के जेब में जा रही है। कहीं समूहों को होने वाला मुनाफा महिला सदस्यों तक पहुंच ही नहीं रहा, तो कहीं महिलाओं को जानकारी ही नहीं है कि उनका नाम समूह से जुड़ा है।
यह खुलासा भिंड नगर पालिका ने किया है। भिंड नगर पालिका के सीएमओ ने महिला स्वसाहतया समूह के बैंक खातों में बड़ी गड़बड़ी पाई। समूह के खाते में आने वाली मुनाफे की राशि की किसी और अकाउंट में भेज दिया जाता है। इससे समूह के लिए काम करने वाली महिलाओं को इसका कोई लाभ नहीं मिलता। सारा मुनाफा समूहों के पुरुष ठेकेदार हजम कर जाते हैं।
महिलाओं को पता ही नहीं वे समूह की सदस्य
भिंड के भगवती स्व सहायता समूह की महिलाओं को पता ही नहीं उनका नाम समूह से जुड़ा है। यह समूह आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण आहार भेजता है। इस समूह ने कागजों पर महिलाओं को स्व सहायता समूह का सदस्य बताया पर असल में यहां काम पुरुष कर रहे हैं।
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नहीं मिला मुनाफा
ऐसे ही भिंड के वैष्णवी स्वसहायता समूह की महिलाओं को समूह के मुनाफे का पैसा नहीं मिला। इस समूह को 35,000 रुपए का फायदा हुआ। 10 सदस्यों के समूह में हर सदस्य को 3,500 रुपए मिलने थे लेकिन महिलाओं के हक के पैसे उन्हें नहीं दिए गए। मुनाफे के पैसे अध्यक्ष और सचिव के खाते में ही गए।
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फर्जी सदस्यों की एंट्री
स्वसाहयता समूह में कई ऐसे सदस्यों की एंट्री है जिनका नाम, पता, मोबाइल नंबर सभी गलत दर्ज किया गया है। फर्जी जानकारी डालकर महिलाओं को समूह का सदस्य बताया जा रहा। इसका अर्थ साफ है कि यह समूह ठेके और किराए पर चल रहे हैं।
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