BHOPAL. मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में बड़े गोलमाल करने की तैयारी की जा रही थी। बता दें कि स्कूल के बच्चों की यूनिफॉर्म की जिम्मेदारी स्व सहायता समूह को सौंपी गई थी। लेकिन इस समूह की महिलाएं बच्चों के यूनिफॉर्म बनाने के बजाय बाहर से मंगवाकर सप्लाई करने वाली थी। समय रहते इस बात की भनक जिला पंचायत की टीम को लग गई। जैसे ही इस बात की भनक पंचायत की टीम को लगी, टीम ने इस पर कड़ा एक्शन लिया और यूनिफॉर्म को जब्त कर लिया है।
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CEO ने यूनिफॉर्म जब्त कर किया सील
दरअसल सरकारी स्कूलों में स्व सहायता समूह की महिलाएं यूनिफॉर्म बनाकर सप्लाई करती थी। लेकिन इस बार ये सूचना मिली कि महिलाएं खुद इसे न बनाकर बाहर से इसे मंगवाकर स्कूलों में सप्लाई करने वाली हैं। गोपनीय सूचना मिलने के बाद जिला पंचायत सीईओ (CEO) पवार विजय नवजीवन ने गोपालगंज और छुई में स्वसहायता के ठिकानों पर कार्रवाई की और जब्त यूनिफॉर्म के बोरों को जनपद कार्यालय में रखकर सील बंद कर दिया गया।
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प्रशासन आई अलर्ट मोड में
बता दें कि मध्यप्रदेश की ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करने के लिए उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। इसलिए उन्हें प्राइमरी और मिडिल क्लास के बच्चों के यूनिफॉर्म बनाने का कार्य सौंपा गया है। लेकिन यूनिफॉर्म में इस तरह की गड़बड़ी होने से प्रशासन नाराजगी के बाद काफी सतर्क हो गया है।
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