70 साल के मरीज के गॉल ब्लैडर से निकाली 8125 पथरियां, देश में पहली बार ऐसा ऑपरेशन

70 साल के मरीज के गॉल ब्लैडर (गॉल ब्लैडर - Gallbladder) से 8125 पथरियां (stones) निकालकर सफल ऑपरेशन हुआ, समय पर इलाज से जान बची। इतनी बड़ी संख्या में पथरियां निकालना देश में पहली बार हुआ है।

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Jitendra Shrivastava
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Photograph: (THESOOTR)

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गॉल ब्लैडर (पित्ताशय - Gallbladder) में पथरी (Gallstones) होना एक सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। हाल ही में गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति के गॉल ब्लैडर से 8125 पथरियां निकालने का मामला सामने आया, जिसने मेडिकल जगत को हैरान कर दिया। इस केस की खासियत ये है कि इतनी बड़ी संख्या में पथरियां निकालना देश में पहली बार हुआ है।

मरीज की शुरुआती समस्या और लक्षण

70 वर्षीय मरीज कई वर्षों से पेट दर्द (abdominal pain), बुखार (fever), भूख न लगना (loss of appetite), कमजोरी (weakness), और छाती व पीठ में भारीपन की शिकायत से पीड़ित था। शुरुआत में मरीज इलाज कराने में हिचकिचा रहा था, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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ऑपरेशन से पहले की जांच

डॉक्टरों ने मरीज के पेट का अल्ट्रासाउंड (ultrasound) किया तो पित्ताशय में असाधारण संख्या में पथरियां मिलीं। पथरियां इतनी जमी हुई थीं कि उनका इलाज और देर से किया जाता तो मरीज की जान को खतरा हो सकता था। डॉक्टरों ने बताया कि पथरियों के कारण पित्ताशय में पस (pus formation), दीवार के मोटा होने (thickening of gallbladder wall), फाइब्रोसिस (fibrosis), और कैंसर का खतरा था।

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लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से निकाले 8125 stones

डॉक्टरों की टीम ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए मरीज के गॉल ब्लैडर से 8,125 पथरियां निकालीं। इतनी बड़ी संख्या में पथरियां निकालना बहुत ही दुर्लभ मामला था। गिनती में डॉक्टरों को लगभग 6 घंटे लगे।

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ऑपरेशन की प्रोसेस...

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के तहत, मरीज के पेट में छोटे-छोटे चीरे लगाकर एक कैमरा और सर्जिकल उपकरण डाले जाते हैं।
इस तकनीक से मरीज का ऑपरेशन कम दर्दनाक और जल्दी ठीक होने वाला होता है।
ऑपरेशन में डॉक्टरों को पित्ताशय में जमा पथरियों की विशाल संख्या मिली, जिसे सफलतापूर्वक निकाल दिया गया।

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पथरी के कारण और बचाव के उपाय-

पथरी होने के कारण...

  • पित्त की पथरी मुख्यतः कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) से बनती हैं।
  • अधिक वसा वाला आहार, मोटापा, कम पानी पीना, और लंबे समय तक बिना भोजन के रहना इसके कारण हो सकते हैं।
  • हॉर्मोनल परिवर्तन, जैसे कि गर्भावस्था या हार्मोन थेरेपी, भी पथरी बनने में योगदान देते हैं।

बचाव के उपाय...

  • संतुलित और स्वस्थ आहार लें जिसमें कम वसा और अधिक फाइबर हो।
  • नियमित रूप से पानी पिएं।
  • वजन नियंत्रित रखें।
  • समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं।

 गॉल ब्लैडर में स्टोन 

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