सूरत की डायमंड कंपनी के 118 कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ी, वाटर कूलर में मिला सल्फास

गुजरात के सूरत में, 118 डायमंड फैक्ट्री कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई जब उन्होंने दूषित पानी पिया। पुलिस जांच जारी है ताकि यह पता चल सके कि पानी में जहर डालने वाला अपराधी कौन है।

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Jitendra Shrivastava
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gujarat-diamond-company Photograph: (thesootr)

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गुजरात के सूरत शहर में एक खौफनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक डायमंड कंपनी के 118 कर्मचारियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। ये कर्मचारी उस समय बीमार पड़े जब उन्होंने कंपनी के वाटर कूलर से पानी पीया। बीमार कर्मचारियों को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया। हालांकि, राहत की बात यह है कि किसी की हालत गंभीर नहीं है, लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है।

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सूरत के अनुब जेम्स डायमंड फैक्ट्री का मामला 

यह मामला सूरत के कापोदरा क्षेत्र स्थित अनुब जेम्स नामक डायमंड फैक्ट्री का है, जहां कर्मचारियों ने एक ही समय में बीमार होने की शिकायत की। बाद में पता चला कि पानी में जहरीला पदार्थ मिला हुआ था, जिससे कर्मचारियों की तबीयत खराब हो गई। इस घटना ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को चौंका दिया है, क्योंकि यह एक जानबूझकर किया गया अपराध दिख हो रहा है।

वाटर कूलर के पानी में मिला सल्फास

जांच के दौरान, यह सामने आया कि कंपनी के वाटर कूलर में फटे हुए प्लास्टिक बैग तैरते हुए पाए गए थे, जिनके अंदर सल्फास (poison) की गोलियां थीं। सल्फास एक घातक कीटनाशक होता है, जिसे आमतौर पर फसलों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस ने पुष्टि की कि इन गोलियों की वजह से ही कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ी थी।
फिलहाल, पुलिस और फोरेंसिक टीम मामले की गहन जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। अब सवाल उठता है कि आखिरकार किसने जानबूझकर कर्मचारियों के पानी में यह जहरीला पदार्थ मिलाया?

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पुलिस की जांच और कार्रवाई

सूरत पुलिस का कहना है कि यह घटना जानबूझकर की गई थी, और किसी ने कर्मचारियों को निशाना बनाकर पानी में जहरीला पदार्थ मिला दिया था। डीसीपी आलोक कुमार ने जानकारी दी कि जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि पानी में सल्फास की गोलियां किसी ने डाली थीं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच विशेष टीमों का गठन किया है, जो सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के माध्यम से आरोपी का पता लगाने में जुटी हुई हैं। 

सूरत पुलिस द्वारा की जा रही जांच में सीसीटीवी फुटेज की अहम भूमिका है, क्योंकि यह फुटेज आरोपी की पहचान करने में मदद कर सकती है। इस घटना के बाद से कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के बीच दहशत का माहौल है। 

कंपनी के मालिक ने ली इलाज की पूरी जिम्मेदारी

सभी कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर अस्पतालों में ले जाया गया। डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि किसी भी कर्मचारी की हालत गंभीर नहीं थी, लेकिन उन्हें चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है। इस घटना के बाद कंपनी के मालिक ने कर्मचारियों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी ली और उन्हें दो अस्पतालों में भेजा।

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दूसरी कंपनियों के कर्मचारियों में फैली चिंता

इस घटना के बाद से, सूरत में अन्य कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों के बीच भी चिंता फैल गई है, क्योंकि इस प्रकार के मामलों को लेकर किसी को भी संदेह नहीं था। अब लोग इस बात को लेकर सचेत हैं कि किसी भी जानबूझकर की गई हरकत से उनका जीवन खतरे में पड़ सकता है। 

पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना

पुलिस इस मामले में पूरी सख्ती से जांच कर रही है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी, और आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। साथ ही, पुलिस ने यह भी कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। 

 

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