बाढ़-बारिश का कहर : हिमाचल में लैण्डस्लाइड से 5 की मौत, पीएम ने की राहत की घोषणा

राजस्थान और अन्य राज्यों में भारी बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड और हिमस्खलन ने तबाही मचाई। राजस्थान में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश, हिमाचल में लैंडस्लाइड से पांच मौतें और लद्दाख में तीन जवान शहीद। प्रधानमंत्री मोदी ने राहत की घोषणाएं कीं।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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देश में लगातार बाढ़-बारिश और भूस्खलन की घटनाओं का कहर जारी है। बीते 24 घंटे की बात करें तो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में लैंडस्लाइड (भूस्खलन) से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई, गुजरात में बारिश के बीच एक बाइक सवार दंपत्ति की करंट की चपेट में आने से मौत हुई।

वहीं, यूपी के प्रयागराज में बारिश के दौरान मकान गिरने से वृद्ध दंपती की मौत की सूचना है। लद्दाख के सियाचिन बेस कैंप में हिमस्खलन के बाद तीन जवान शहीद हो गए। इस घटना में कैप्टन को बचा लिया गया। सभी शहीद जवान महार रेजीमेंट के बताए जा रहे हैं।

राजस्थान में भारी बारिश और बाढ़

राजस्थान में इस मानसून सीजन में 693.1 मिमी (मिलिमीटर) बारिश दर्ज की गई, जो राज्य के इतिहास में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है। 1917 में 844.2 मिमी बारिश हुई थी। इस बारिश के चलते राज्य भर में कई क्षेत्रों में बाढ़ आई, और बांधों का स्तर 63% तक पहुंच चुका है।

राजस्थान में बाढ़ का प्रभाव

राजस्थान के 63% बांध अब तक भर चुके हैं, जिनमें से 437 बांध पूरी तरह से ओवरफ्लो हो चुके हैं। बीसलपुर बांध से पानी छोड़ने के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी है। लगातार बारिश के कारण छोटे-बड़े बांधों में पानी की मात्रा बढ़ी है और कई जगहों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 

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मध्यप्रदेश में अबतक 41.3 इंच बारिश

मध्यप्रदेश में मंगलवार को मौसम का बदलाव देखने को मिला। भोपाल में सुबह धूप खिली रही, लेकिन दोपहर होते ही तेज बारिश शुरू हो गई। सीधी में भी भारी बारिश हुई, और उमरिया के संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट आधे-आधे मीटर खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। इस पर निगरानी के लिए एक टीम तैनात की गई है।

अब तक, मध्यप्रदेश में मानसून के दौरान औसतन 41.3 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत से 12 प्रतिशत (4.3 इंच) अधिक है। भोपाल, ग्वालियर और 30 अन्य जिलों में जलाशय भर चुके हैं, जबकि 10 जिले ऐसी स्थिति में हैं जहां जलाशय भरने की कगार पर हैं। सितंबर के बाकी दिनों में भी मानसून सक्रिय रहने की संभावना है, जिससे प्रदेश में 10 इंच और बारिश हो सकती है।

उत्तर भारत में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं

राजस्थान के अलावा, उत्तर भारत के कई राज्यों में भी बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ी हैं। उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन में यमुना नदी का पानी उफान पर है, जिससे कई इलाके डूब गए हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाओं में भारी नुकसान हुआ है। 

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हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड से 1204 घर तबाह

हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में 136 लैंडस्लाइड की घटनाएं दर्ज की गईं। 1204 घर पूरी तरह से तबाह हो गए, और 5140 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। कुल्लू में सोमवार रात एक लैंडस्लाइड के दौरान एक परिवार के पांच लोग मारे गए, जबकि तीन लोग बच गए। इस हादसे ने राज्य को झकझोर दिया है। 

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लद्दाख में हिमस्खलन

लद्दाख के सियाचिन बेस कैम्प में एक हिमस्खलन के कारण तीन जवान शहीद हो गए। यह घटना एक जटिल बचाव अभियान की वजह से हुई, जिसमें बचाव दल के सैनिक लगभग पांच घंटे तक बर्फ में फंसे रहे।

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पीएम मोदी की राहत घोषणाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का हवाई सर्वे किया और बाढ़ और बारिश प्रभावित क्षेत्रों के लिए ₹1500 करोड़ की वित्तीय सहायता का ऐलान किया। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को दो लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया।

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राजस्थान में भारी बारिश: इस मानसून में राजस्थान में 693.1 मिमी बारिश हुई, जो राज्य के इतिहास में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है। 63% बांध अब तक भर चुके हैं।

हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड: कुल्लू में लैंडस्लाइड के कारण एक परिवार के 5 लोग मारे गए। राज्य में 136 लैंडस्लाइड और 1204 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं।

लद्दाख में हिमस्खलन: सियाचिन बेस कैम्प में हिमस्खलन से 3 जवान शहीद हो गए। बचाव दल के सैनिक 5 घंटे तक बर्फ में फंसे रहे।

उत्तर प्रदेश में बाढ़: यमुना नदी का पानी मथुरा और वृंदावन में उफान पर है। शहरों के बड़े हिस्से में बाढ़ आई है, और राधा वल्लभ मंदिर सहित कई जगह जलमग्न हो गए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की राहत घोषणाएं: पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए ₹1500 करोड़ की वित्तीय सहायता की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की सहायता दी जाएगी।

गुजरात और उत्तर भारत में बाढ़ के हालात

गुजरात के उत्तरी क्षेत्रों में भी भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। बनासकांठा जिले में 16 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जिससे दर्जनों गांवों में बाढ़ आ गई है। सुईगाम तालुका और वाव-थराद इलाके में 5 फीट तक पानी भर गया है।

यूपी में कच्चा मकान गिरा, दो की माैत

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बारिश के कारण एक कच्चा मकान गिर गया, जिसमें पति-पत्नी की मौत हो गई और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा अमिलिया कला गांव में सोमवार रात 11.40 बजे हुआ। इस घटना में असहन जहां खान (60), पत्नी सलेहा बेगम (55)  की माैत हो गई। बेटा गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। 

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