अमेरिका में करीब 50 लाख भारतीय निवास करते हैं। ये भारतीय न केवल अमेरिकी पॉपुलेशन का एक बड़ा हिस्सा हैं, बल्कि देश के विकास का जरूरी चक्का भी हैं। अमेरिका में हर क्षेत्र में भारतीयों का डंका है। बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीईओ से USA की क्रिकेट टीम तक भारतीय ज्यादा दिखाई देते हैं।
ऐसा ही कुछ हाल यूएसए के शिक्षण संस्थानों का भी है। अमेरिका के टॉप-50 कॉलेजों में से 35 कॉलेजों के प्रिंसिपल भारतीय हैं ( indian principals in 50 out of 35 american colleges )। बोस्टन कंसल्टिंग रिसर्च द्वारा की गई रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है।
दिग्गज यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल भारतीय
अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि देश के टॉप कॉलेजों में इतने सारे भारतीय मूल के प्रिंसिपल हैं। इन कॉलेजों में यूएसए की टॉप यूनिवर्सिटी शामिल हैं। देश की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया में भारतीय प्रिंसिपल हैं।
बोस्टन कंसल्टिंग रिसर्च में यह भी बताया गया है कि अमेरिका में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारतीयों का डंका बज रहा है। यहां 25 हजार से ज्यादा भारतीय शिक्षक हैं ( indian teachers in usa )। प्रवासी शिक्षकों में भी सबसे ज्यादा शिक्षक भारतीय ही हैं। इसके अलावा अमेरिका में 80 प्रतिशत भारतीयों के पास ग्रेजुएट डिग्री है, जोकि देश का औसत 36 प्रतिशत ग्रेजुएट डिग्री से बहुत ज्यादा है।
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दान करने में भी भारतीय आगे
अमेरिका में रहने वाले भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं दान के क्षेत्र में भी आगे हैं। यूएसए में रहने वाले भारतीय हर साल औसत साढ़े 16 करोड़ रुपए दान करते हैं।
इसके अलावा अमेरिका में भारतीय डॉक्टर्स का भी दबदबा है ( indian doctors in usa )। भारतीय डॉक्टर्स यूएसए की 30 परसेंट स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करते हैं। अमेरिका के गांवों में 25 परसेंट डॉक्टर्स कार्यरत हैं। देश के 10 परसेंट फिजिशियन भारतीय हैं। यहां 1 लाख 20 हजार भारतीय मूल के फिजिशियन्स हैं।
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