जम्मू-कश्मीर के राजौरी के बधाल गांव में फैली रहस्यमयी बीमारी से हाहाकार मचा हुआ है। इस बीमारी से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 13 बच्चे भी शामिल हैं। बीमार लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 24 घंटे में 4 नए मामले में सामने आए हैं। बीमारी के बढ़ते प्रकोप से ग्रामीण दहशत में हैं। इस गांव में कोरोना महामारी जैसी स्थिति बनी हुई है। अब प्रशासन इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इस रहस्यमयी बीमारी वाले गांव को सील कर किया है। जिला प्रशासन ने यहां बीएनएसएस की धारा 163 लागू कर दी है। बीमार लोगों वाले घरों को सील कर किया जा रहा है।
गांव पहुंची 16 सदस्यों की केंद्रीय टीम
राजौरी के गांव में फैली बीमारी को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। केंद्र सरकार ने इस घटना की जांच के लिए विशेष टीम भेजी है। 16 सदस्यों की केंद्रीय टीम स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को गांव पहुंची हैं। जो यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन मौतों के पीछे क्या कारण हो सकता है। इधर, पुलिस प्रशासन ने आपराधिक साजिश की संभावना को लेकर एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। इस बीमारी के चलते पूरे इलाके में दहशत और भय का माहौल बना हुआ है।
चीन में फैले HMPV वायरस से भारत को कितना खतरा, यहां जानें पूरी डिटेल
गांव कंटेनमेंट जोन घोषित, धारा 163 लागू
राजौरी में रहस्यमयी बीमारी से हड़कंप मचा हुआ है। इस गांव के तीन परिवारों के सदस्य इस बीमारी का शिकार हुए हैं, जिनकी मौतें 7 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुईं। गांव में कोरोना संकट काल जैसे हालात बने हुए है। जिला प्रशासन ने यहां धारा 163 लागू कर दी गई है। इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। अब गांव में कोई भी सार्वजनिक या निजी समारोह नहीं होंगे। ना लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रभावित परिवारों के घरों को सील कर दिया गया है। लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है। ये वैसी ही पाबंदी जैसी कोरोना के समय लगाई गईं थी।
कोरोना के बाद अब Norovirus ने बढ़ाई टेंशन, जानें क्या है यह बीमारी?
घर सील, लोगों के प्रवेश पर रोक
बीमारी के कारण जिन लोगों की मौत हुई है। अब घरों को सील किया जा रहा है। इन घरों में किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी। इन घरों में केवल अधिकृत कर्मचारी और अधिकारी ही जा सकेंगे। इसके साथ ही बीमारी और नहीं फैले इसके लिए इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
संक्रमित घरों से जब्त किए जाएंगे खाद्य पदार्थ
प्रशासन से आदेश में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में परिवारों को के लिए उपलब्ध होने वाले भोजन की निगरानी का जिम्मेदारी तैनात अधिकारियों को दी गई हैं। आदेश में यह भी कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन के परिवारों को भोजन और पानी प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। घरों में मौजूद खाद्य पदार्थ को सेवन को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही संक्रमित घरों में रखे सभी खाद्य पदार्थों को तत्काल जब्त करने के बी आदेश दिए गए हैं।
तेजी से फैल रही ये संक्रामक बीमारी, WHO ने जारी किया अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जांच जारी
रहस्यमयी बीमारी से हुई अब तक 17 लोगों की मौत का रहस्य अभी तक सुलझ नहीं पाया है। मृतकों में ज्यादातर बच्चे हैं। स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें जांच कर कर रही हैं। बीमारी का पता लगाने के लिए कई टेस्ट भी किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों ने इस बीमारी को मृतकों के नमूनों में ‘न्यूरोटॉक्सिन’ पाए जाने की बात कही है। पूरे मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने जांच के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाई है, इसके साथ ही टीम को गृह मंत्रालय ही लीड कर रहा है। टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के एक्सपर्ट्स शामिल हैं।
गांव में फैली दहशत
मोहम्मद असलम ने अपने परिवार के आठ सदस्यों को खो दिया है, जिनमें छह बच्चे भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि रविवार को उनकी बेटी भी इस बीमारी से ग्रस्त होकर मौत के मुंह में चली गई। पूरे इलाके में इस घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां भय का माहौल बना हुआ है।
बच्चा ज्यादा मोबाइल चलाता है तो यह खबर आपके लिए है... बीमारी का असर जानकर चौंक जाएंगे आप