Weather Update: सिक्किम में लैंडस्लाइड से 4 की मौत, आगरा में बाढ़, हिमाचल में बारिश से 380 मौतें

सिक्किम, आगरा और हिमाचल प्रदेश में बाढ़, लैंडस्लाइड और बारिश से भारी तबाही हुई है, जिसमें 380 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ और सेना के जवान द्वारा राहत कार्य जारी है।

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Jitendra Shrivastava
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Photograph: (thesootr)

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भारत के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ गई हैं। खासकर सिक्किम, आगरा और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और लैंडस्लाइड ने भारी तबाही मचाई है। इन घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई और संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ। हाल ही में सिक्किम, आगरा और हिमाचल में हुई प्राकृतिक आपदाओं ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। 

सिक्किम में लैंडस्लाइड

सिक्किम (Sikkim) के वेस्ट सिक्किम के यांगथांग के अपर रिंबी इलाके में 1 सितंबर को एक भयंकर लैंडस्लाइड (Landslide) हुई, जिससे 4 लोगों की जान चली गई। तीन लोग अभी भी लापता हैं, और राहत कार्य तेजी से जारी है। यह लैंडस्लाइड रात के समय आई, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई। नदी में फंसे लोगों का रेस्क्यू अभियान जारी है।

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आपदा के कारण

सिक्किम में हाल की बारिश और कच्चे पहाड़ी इलाके ने लैंडस्लाइड की घटनाओं को बढ़ावा दिया। इन क्षेत्रों में भू-स्खलन और जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याएं बहुत गंभीर हो चुकी हैं।

आगरा में बाढ़

आगरा(Agra) में यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने से 40 गांवों और 25 कॉलोनियों में बाढ़ (Flood) आ गई है। बाढ़ के कारण ताजमहल के पास स्थित पार्क भी पूरी तरह से डूब गया है। लोगाों का बचाव और राहत कार्य जारी है। यहां के लोग अपने घरों को छोड़कर राहत कैंपों में शरण लेने को मजबूर हैं। अब तक 5,000 से ज्यादा लोग राहत कैंपों में हैं।

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बाढ़ का कारण

यमुना नदी में लगातार हो रही बारिश से जल स्तर बढ़ गया, जिसके कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। यह घटना आगरा में हर साल होती है, लेकिन इस बार पानी का स्तर पहले से ज्यादा था।

हिमाचल में बाढ़

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 20 जून से अब तक बाढ़ और लैंडस्लाइड (Flood and Landslide) से लगभग 380 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 लोग लापता हैं।

राज्य में बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में बर्फ पिघलने और नदियों में पानी का स्तर बढ़ने से भारी नुकसान हुआ। बादल फटने की घटना ने तो स्थिति को और भी भयावह बना दिया, जिससे 17 लोगों की जान चली गई।

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कुल नुकसान और बंद सड़कें

हिमाचल प्रदेश में अब तक 500 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं, और तीन नेशनल हाईवे भी अवरुद्ध हो गए हैं। ये घटनाएं न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर डाल रही हैं, बल्कि लोगों के जीवन को भी खतरे में डाल रही हैं।

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राहत कार्य और सरकार की तैयारी 

इन घटनाओं के बाद सरकार और विभिन्न राहत एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। सिक्किम, आगरा और हिमाचल प्रदेश में सरकार द्वारा राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित मदद भेजी जा रही है, और लैंडस्लाइड के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं।

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