/sootr/media/media_files/2025/03/13/C9puQK8mFp0pzDdOIpWz.jpg)
leelawati-hospital-controversy Photograph: (thesootr)
लीलावती हॉस्पिटल, मुंबई का एक प्रमुख अस्पताल, हाल ही में एक गंभीर विवाद में फंस गया है। यह विवाद अस्पताल के ट्रस्टियों के बीच का है। लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (Leelawati Kirtilal Mehta Medical Trust) के दो ट्रस्टी, जो भाई हैं, के बीच यह झगड़ा सामने आया है। मौजूदा ट्रस्टी ने पूर्व ट्रस्टियों पर ₹1500 करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाया है।
इसके अलावा, ट्रस्ट का दावा है कि अस्पताल परिसर में काले जादू (Black Magic) का प्रयोग किया जाता था। इस कारण यहां 8 कलश मिले हैं, जिनमें इंसान की हड्डियां, खोपड़ी, बाल और चावल के दाने थे।
ये है पूरा विवाद
लीलावती अस्पताल की शुरुआत की कहानी में कई उलझनें हैं। 2002 में ट्रस्ट के संस्थापक किशोरी मेहता बीमार हो गए और इलाज के लिए विदेश चले गए। इस दौरान उनके भाई विजय मेहता ने ट्रस्ट की जिम्मेदारी संभाली। विजय मेहता पर आरोप है कि उन्होंने दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर अपने बेटे और भतीजों को ट्रस्टी बना दिया और किशोरी मेहता को स्थायी ट्रस्टी से हटा दिया।
2016 में, किशोरी मेहता ने फिर से ट्रस्टी का पद संभाला, लेकिन उनकी मृत्यु 2024 में हो गई। उनके बेटे प्रशांत मेहता ने अस्पताल के वित्तीय रिकॉर्ड का ऑडिट करवाया, जिसके बाद कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई।
ये खबरें भी पढ़ें...
तमिलनाडु सरकार ने बदला रुपए का सिंबल: भाजपा बोली- स्टालिन स्टूपिड
धर्मांतरण का खेल: MP में पुलिस ने ट्रेन से पकड़े 18 यात्री, ईसाई बनने जा रहे थे जालंधर
1500 करोड़ की हेराफेरी और काला जादू
प्रशांत मेहता के अनुसार, फोरेंसिक ऑडिट से यह सामने आया कि पूर्व ट्रस्टियों ने 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी की थी। ऑडिट रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई कि इस गबन में अधिकांश आरोपी दुबई और बेल्जियम में रहते हैं। काले जादू का खुलासा दिसंबर 2024 में हुआ। प्रशांत मेहता ने बताया कि कुछ पूर्व कर्मचारियों ने उन्हें इस बारे में बताया था। इसके बाद अस्पताल के परिसर में फर्श को खोला गया, जहां 8 कलश मिले। इन कलशों में इंसान की हड्डियां, खोपड़ी, बाल और चावल के दाने थे, जो काले जादू के प्रमाण माने गए।
ये खबरें भी पढ़ें...
थैली में भरकर मासूम को फेंका, बच्ची के शरीर को खा रही थी चीटियां
मध्य प्रदेश में गारमेंट सेक्टर की महिलाओं के लिए इंसेंटिव की घोषणा
विवाद की मुख्य बातें...
- 1500 करोड़ रुपए की हेराफेरी:अस्पताल के पूर्व ट्रस्टियों पर 1500 करोड़ रुपए की हेराफेरी का आरोप।
- काले जादू का आरोप: अस्पताल परिसर में काले जादू के प्रमाण के रूप में 8 कलश पाए गए।
- आधिकारिक जांच: अस्पताल के नए ट्रस्टी ने फोरेंसिक ऑडिट करवाई, जिसमें हेराफेरी और काले जादू के सबूत सामने आए।