साल भर फ्री में करता रहा यात्रा, इस शख्स की जुगाड़ को रेलवे भी नहीं पकड़ सका
एड वाइज ने ट्रेन यात्रा के लिए एक स्मार्ट जुगाड़ लगाया, जिससे वह सालभर तक मुफ्त यात्रा कर सके और ₹1.06 लाख की बचत की। रेलवे भी नहीं पकड़ सका उनका तरीका।
रेलवे आज भी एक लोकप्रिय और किफायती यात्रा साधन है, लेकिन कुछ लोग इसके किराए से बचने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। एड वाइज ने कुछ ऐसा किया, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया। उन्होंने ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करने के बजाय एक किफायती योजना बनाई, जिससे उन्हें ना केवल मुफ्त यात्रा का अनुभव हुआ, बल्कि उन्होंने 1.06 रुपए लाख तक की बचत भी की।
कैसे काम करता है एड वाइज का जुगाड़
एड वाइज का जुगाड़ रेलवे की देरी पर आधारित था। ब्रिटेन में रेलवे के नियमों के अनुसार, अगर ट्रेन 15 मिनट से ज्यादा लेट होती है तो यात्री को रिफंड मिलता है। इस रिफंड की पॉलिसी का सही तरीके से इस्तेमाल करते हुए एड वाइज ने अपनी यात्रा को ऐसे समय पर प्लान किया, जब ट्रेन की देरी की संभावना ज्यादा थी। इसके जरिए वह हर बार अपने टिकट का पूरा पैसा वापस पा जाते थे।
वाइज ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यह पूरी तरह से सिस्टम को समझने और सही समय पर सही यात्रा की योजना बनाने पर निर्भर करता था। इसके बाद उन्होंने 2023 में की गई सभी यात्राओं का रिफंड प्राप्त किया, जिससे उन्होंने ₹1.06 लाख की बचत की।
रेलवे की नीतियों का लाभ उठाना
ब्रिटेन में यदि ट्रेन 15 मिनट लेट होती है तो 25% रिफंड, 30 मिनट की देरी पर 50% रिफंड और एक घंटे से ज्यादा देरी होने पर पूरा रिफंड मिलता है। वाइज ने इन नीतियों का पूरी तरह से लाभ उठाया। उन्होंने ट्रेन के समय और देरी के पैटर्न का अध्ययन किया और अपने सफर को इस तरह से सेट किया कि उन्हें अधिकतम रिफंड मिले।
शख्स की स्मार्ट ट्रिक से अन्य यात्रियों को प्रेरणा
एड वाइज की कहानी उन लोगों के लिए एक प्रेरणा बन गई है जो अपनी यात्रा के खर्च को कम करना चाहते हैं। उन्होंने यह साबित किया कि अगर किसी भी सिस्टम को समझा जाए और सही समय पर सही निर्णय लिया जाए तो यात्रा की लागत को कम किया जा सकता है। उनका यह तरीका केवल पैसे बचाने का नहीं, बल्कि एक स्मार्ट प्लानिंग का भी उदाहरण है।
एड वाइज ने रेलवे की देरी की नीतियों का उपयोग किया, जिससे वह अपनी यात्रा को ऐसे समय पर सेट कर सके कि ट्रेन की देरी होने की संभावना ज्यादा हो और वह रिफंड प्राप्त कर सके। उन्होंने 15 मिनट, 30 मिनट और एक घंटे की देरी पर मिलने वाले रिफंड का लाभ उठाया।
क्या एड वाइज ने कभी बिना टिकट यात्रा की?
नहीं, एड वाइज ने बिना टिकट यात्रा नहीं की, बल्कि उन्होंने रेलवे की रिफंड नीति का सही तरीके से उपयोग किया। यह एक स्मार्ट तरीका था, जिससे वह हर यात्रा में रिफंड प्राप्त कर सके और अपने खर्च को कम कर सके।
रेलवे ने एड वाइज के जुगाड़ के बारे में क्या कदम उठाया
रेलवे ने एड वाइज के जुगाड़ के बारे में जानने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। उनका तरीका पूरी तरह से नियमों के तहत था, जिससे रेलवे कोई कदम नहीं उठा सका।