सदस्यता लें

0

  • Sign in with Email

By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.

Don’t have an account? Signup

  • Bookmarks
  • My Profile
  • Log Out
  • होम
  • वीडियो
  • मध्‍य प्रदेश
  • छत्तीसगढ़
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • फोटो
  • एजुकेशन
    • स्कॉलरशिप
    • इंटर्नशिप
  • जॉब्स
  • सरकारी योजनाएं
    • MP की योजनाएं
    • CG की योजनाएं
    • Rajasthan की योजनाएं
    • केंद्र की योजनाएं
  • मनोरंजन
  • धर्म-ज्योतिष
  • वेब स्टोरीज
  • द तंत्र
  • द सूत्र विशेष
    • सूत्रधार
    • बोल हरि बोल
    • Thesootr Prime
    • न्यूज स्ट्राइक
    • किताबें
    • सिंहासन छत्तीसी
    • विचार मंथन
    • आज का इतिहास
  • विवाह सूत्र
    • वर खोजें-Groom
      • ब्राह्मण वर
      • अग्रवाल वर
      • जैन वर
      • कायस्थ वर
      • मुस्लिम वर
      • यादव वर
      • जाटव वर
      • राजपूत वर
      • बंगाली वर
      • मराठी वर
      • पंजाबी वर
      • अंतरजातीय वर
      • अन्य समाज वर
    • वधू खोजें-Bride
      • ब्राह्मण वधू
      • अग्रवाल वधू
      • जैन वधू
      • कायस्थ वधू
      • मुस्लिम वधू
      • यादव वधू
      • जाटव वधू
      • राजपूत वधू
      • बंगाली वधू
      • मराठी वधू
      • पंजाबी वधू
      • अंतरजातीय वधू
      • अन्य समाज वधू
  • MP- Classified
    • Achievement
    • Appointment
    • किराए से देना है
    • Education
    • Part Time job
    • Property
    • Sale
    • Shok sandesh
ad_close_btn
  • वीडियो
  • मध्‍य प्रदेश
  • राजस्थान
  • छत्तीसगढ़
  • देश-दुनिया
  • फोटो
  • एजुकेशन
  • जॉब्स
  • मनोरंजन
  • धर्म-ज्योतिष

Powered by :

आपने न्यूज़लेटर की सफलतापूर्वक सदस्यता ले ली है.
देश-दुनिया

बैन के बाद नेपाल में सोशल मीडिया फिर शुरू, संसद में घुसे थे युवा, सेना की फायरिंग में कई घायल

नेपाल में 18 मौतों और 200 घायलों के बाद सोशल मीडिया फिर से शुरू कर दिया गया। दरअसल प्रदर्शनकारी संसद में घुसे थे, जिसके बाद सेना ने फायरिंग की।

author-image
Sandeep Kumar
08 Sep 2025 19:05 IST

Follow Us

New Update
nepal-social-media-restarted
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

देश दुनिया न्यूज। नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शन के कारण सोशल मीडिया पर बैन फिर से एक बड़ी चर्चा का विषय बन गया। दरअसल सरकार ने 3 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर बैन लगा दिया था, जिसके बाद से नेपाल में राजनीतिक तनाव बढ़ गया। युवाओं ने इस बैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, और इसके परिणामस्वरूप अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।

सोशल मीडिया पर बैन

नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर बैन लगाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर लिया था। सरकार का कहना था कि बिना रजिस्ट्रेशन के ये प्लेटफॉर्म्स नेपाल में गलत सूचना, साइबर क्राइम और नफरत फैलाने का कारण बन रहे थे। 28 अगस्त को सरकार ने इन प्लेटफॉर्म्स को रजिस्ट्रेशन के लिए 7 दिन का समय दिया था, जो 2 सितंबर को खत्म हो गया।

बड़ी सोशल मीडिया कंपनियां, जैसे फेसबुक और यूट्यूब, ने समय पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। इसके कारण 4 सितंबर को 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगा दिया गया। हालांकि, टिकटॉक और वाइबर ने समय पर रजिस्ट्रेशन कर लिया, इसलिए उन पर बैन नहीं लगा।

ये भी पढ़ें...20 करोड़ रुपए की घड़ी पहनकर प्रैक्टिस करने उतरे हार्दिक पंड्या, जानें भारत में कितने लोगों के पास है ये घड़ी

संसद भवन में घुसपैठ

सोशल मीडिया बैन और सरकार के अन्य भ्रष्टाचार से जुड़ी नीतियों के खिलाफ 18 से 30 साल की जनरेशन (Gen-Z) के युवा सड़कों पर उतर आए। सोमवार सुबह 12,000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुस गए, और वहां घेराबंदी कर दी।

 यह नेपाल के इतिहास में पहला मौका था जब प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुसे थे। इसके बाद सेना ने कई राउंड फायरिंग की, जिसमें अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग घायल हैं।

प्रदर्शनकारियों ने संसद के गेट नंबर 1 और 2 पर कब्जा कर लिया था, और इसके बाद काठमांडू में कर्फ्यू लागू कर दिया गया। प्रशासन ने तोड़फोड़ करने वालों को गोली मारने के आदेश भी जारी कर दिए थे।

ये भी पढ़ें...देशभर में दिखा चंद्र ग्रहण का अद्भुत नजारा, लाखों लोगों ने किया ब्लड मून का दीदार

सरकार का रजिस्ट्रेशन आदेश

सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से रजिस्ट्रेशन के लिए आदेश दिया। इस आदेश में कंपनियों को नेपाल में लोकल ऑफिस खोलने और गलत कंटेंट हटाने के लिए लोकल अधिकारी नियुक्त करने की शर्तें रखी गईं। इसके अलावा, कंपनियों को यूजर डेटा नेपाल सरकार के साथ साझा करना अनिवार्य था।

ये शर्तें कंपनियों के लिए कठिन थीं, खासकर छोटे देशों में, जहां यूजर बेस छोटा होता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन शर्तों का पालन करना पश्चिमी देशों की कंपनियों के लिए महंगा और कठिन हो सकता था। यही कारण था कि इन कंपनियों ने नेपाल सरकार की शर्तों को नहीं माना।

ये भी पढ़ें...एमपी में पैक्स कर्मचारी अब नहीं करेंगे काम, अनिश्चितकाल हड़ताल पर गए, सरकार से कर रहे ये मांग

भ्रष्टाचार और सरकार के निर्णयों से बढ़ा गुस्सा

विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ और सरकार के मनमाने निर्णयों के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। नेपाल के पूर्व वित्त सचिव रामेश्वर खनाल ने कहा कि सरकार के गलत फैसलों और बिगड़ते शासन के कारण युवा पीढ़ी में गुस्सा बढ़ा है।

पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने भी सरकार से अपील की कि वह युवाओं की मांगों को समझे और स्थिति को और बिगड़ने से रोके। प्रचंड ने पुलिस फायरिंग में मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

ये भी पढ़ें...अफसरों और इंजीनियरों को ठगने वाला 12वीं पास एमपी पुलिस के हत्थे चढ़ा, करतूतें जानकर हो जाएंगे हैरान

नेपाल में सोशल मीडिया फिर से शुरू

इन सभी घटनाओं के बीच नेपाल में सोशल मीडिया फिर से शुरू कर दिया गया है। मीडिया के अनुसार, 3:15 बजे के बाद नेपाल में बिना VPN के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स चलने लगे।

नेपाल सोशल मीडिया नेपाल सरकार देश दुनिया न्यूज फेसबुक संसद भवन
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें
All groups
Youth : Career, Jobs & Education
Chattisgarh
Rajasthan
madhya pradesh
logo

यह भी पढ़ें
Read the Next Article
Latest Stories
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें
All groups
Youth : Career, Jobs & Education
Chattisgarh
Rajasthan
madhya pradesh

Powered by


Subscribe to our Newsletter!




Powered by
भाषा चुने
हिन्दी

इस लेख को साझा करें

यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।
वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे

Facebook
Twitter
Whatsapp

कॉपी हो गया!