हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोएडा में एक कपल, उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव के परिसर पर छापेमारी की। इन दोनों पर आरोप है कि वे अपने घर से देसी पोर्न वीडियो बनाकर अंतरराष्ट्रीय अश्लील वेबसाइटों को सप्लाई कर रहे थे। इनका व्यवसाय पूरी तरह से अवैध था और इसमें विदेशी फंडिंग भी शामिल थी।
क्या था पूरा मामला
ED की जांच में सामने आया कि यह कपल Subdigi Ventures Private Limited नामक कंपनी के जरिए अंतरराष्ट्रीय पोर्न वेबसाइटों को वीडियो भेजता था। यह वेबसाइटें Xhamster और Stripchat जैसी पोर्न साइट्स थीं। इन वेबसाइटों से जुड़े विदेशी फंडिंग का खुलासा भी हुआ, जिससे 15.66 करोड़ रुपए की अवैध रेमिटेंस की जानकारी मिली।
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वीडियो को Xhamster साइट पर किए अपलोड
ED के अनुसार इस कपल ने एक वेबकैम स्ट्रीमिंग स्टूडियो अपने घर से चलाया, जहां पर उन्होंने मॉडल्स के साथ अडल्ट वीडियो बनाए और इन्हें साइप्रस स्थित Technius Limited नामक कंपनी को सप्लाई किया। यह कंपनी इन वीडियो को Xhamster और Stripchat जैसी वेबसाइटों पर अपलोड करती थी।
ED द्वारा की गई छापेमारी और जब्ती
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में जांच करते हुए Subdigi Ventures और इसके निदेशकों के खातों में 8 लाख रुपये नकद जब्त किए। ED का कहना है कि यह फंड्स विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और जनमत सर्वेक्षण जैसे दिखावे के तहत विदेशी रेमिटेंस के रूप में प्राप्त हो रहे थे। हालांकि, इन फंड्स को वास्तविकता में Xhamster पर स्ट्रीम किए गए अडल्ट कंटेंट से कमाई के रूप में देखा जा रहा है।
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फेमा का उल्लंघन और अवैध रेमिटेंस
इस मामले में आरोप है कि इन दोनों ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) का उल्लंघन किया है, क्योंकि इन फंड्स को अवैध अडल्ट कंटेंट सर्विस के लिए प्राप्त किया गया था। ED ने इसे गंभीर मामला मानते हुए जांच जारी रखने का निर्णय लिया है।