Income Tax raid On Parle-G : भारत की सबसे लोकप्रिय बिस्किट निर्माता कंपनी पारले (Parle-G) मुश्किल में है। पारले कंपनी आयकर विभाग यानी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच के घेरे में आ गई है। आयकर विभाग की टीम ने मुंबई में कंपनी के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। कंपनी के कई स्थानों पर रेड हुई और सुबह से जांच चल रही है। फिलहाल, आयकर विभाग की टीम कंपनी के कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। पारले ग्रुप देश में Parle-G, मोनाको और अन्य बिस्किट ब्रांड्स के लिए मशहूर है।
आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आयकर विभाग की फॉरेन एसेट यूनिट और इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की संयुक्त टीम ने पारले ग्रुप के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई सुबह से ही जारी है और आयकर विभाग के अधिकारी पारले कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
E-Pay Tax सर्विस अपडेट, इन बैंक से ही भर सकेंगे इनकम टैक्स
छापेमारी की वजह का खुलासा नहीं
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पारले ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग की रेड क्यों पड़ी। उम्मीद की जा रही है कि जब जांच पूरी होगी, तब इस कार्रवाई के पीछे के कारण सामने आएंगे। फिलहाल आयकर विभाग कंपनी के दस्तावेज की जांच में जुटा हुआ है।
वित्त वर्ष में इतना बढ़ा Parle-G का प्रॉफिट
पारले ग्रुप भारतीय बाजार में बिस्किट और अन्य खाद्य उत्पादों की बड़ी कंपनियों में से एक है। मार्केट में पारले-जी बिस्किट की डिमांड जोरदार बनी रहता है। पारले ग्रुप अपने बड़े कारोबार से साथ मजबूत वित्तीय स्थिति में है। अगर पारले कंपनी के वित्त वर्ष 2023-24 में हुए प्रॉफिट की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में पारले ग्रुप का मुनाफा 1,606.95 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो कि पिछले वित्त वर्ष (FY23) में 743.66 करोड़ रुपए था। वहीं, कंपनी की ऑपरेशनल इनकम भी 14,349.4 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। अगर रेवेन्यू की बात करें, तो ये 5.31 फीसदी उछाल के साथ 15,085.76 करोड़ रुपए रहा है।
ये खबर भी पढ़ें...
BJP सांसदों ने नेम प्लेट से हटाया तुगलक लेन, लिख दिया ये नया नाम
पारले ग्रुप की शुरुआत
पारले ग्रुप की शुरुआत 1929 में मुंबई के विले पार्ले इलाके से हुई थी। 1938 में इसने पहली बार "पारले-ग्लूको" नाम से बिस्किट बनाना शुरू किया था। आजादी से पहले पारले-जी को ग्लूको बिस्किट के नाम से जाना जाता था। लेकिन, आजादी के बाद ग्लूको बिस्किट का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था। और इस बिस्किट का नाम Parle-G रख दिया गया। साथ ही चाय के साथ पारले जी का कॉम्बिनेशन सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुआ था। Parle-G आज भी भारत के सबसे लोकप्रिय बिस्किट ब्रांड्स में से एक है।
ये खबर भी पढ़ें...
इंदौर EOW को निगम के एआरओ के पास 7 फ्लैट, प्लॉट और करोड़ों की संपत्ति, छापा जारी
रामा ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप, टीम ने ठिकानों पर मारा छापा