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Photograph: (the sootr)
SATARA. महाराष्ट्र के सतारा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। महिला डॉक्टर की सुसाइड के बाद उसके हाथ पर एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने आरोप लगाया कि पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने उसका चार बार रेप किया। एक अन्य पुलिसकर्मी प्रशांत बनकर पर भी मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं।
यह मामला सामने आते ही पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
क्या लिखा था सुसाइड नोट में?
महिला डॉक्टर का शव एक होटल के कमरे में पाया गया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शुरुआती जांच की। महिला डॉक्टर के हाथ पर लिखे गए सुसाइड नोट से पूरे मामले में नया ट्विस्ट आ गया। रिपोर्ट के अनुसार, महिला डॉक्टर ने अपनी हथेली पर अंतिम समय में लिखा, “मेरी मौत का जिम्मेदार पुलिस निरीक्षक गोपाल बदने है। उसने मेरे साथ चार बार रेप किया। पुलिसकर्मी प्रशांत बनकर ने भी मुझे चार महीने तक शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।”
यह हथेली पर लिखा सुसाइड नोट पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सबूत है, जिसने पूरे मामले की जांच की दिशा को बदल दिया।
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सीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश
महिला डॉक्टर की आत्महत्या के बाद,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को गंभीरता से लिया। सीएम ने पुलिस निरीक्षक गोपाल बदने और पुलिसकर्मी प्रशांत बनकर को निलंबित करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने सतारा जिले के एसपी से बातचीत कर पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा, सतारा के प्रभारी मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि घटना के सख्त जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस अधीक्षक को मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। अगर सुसाइड नोट या अन्य सबूत मिले हैं, तो उन्हें बारीकी से जांचा जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
महिला डॉक्टर के परिवार ने पुलिस और स्वास्थय विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का कहना है कि महिला डॉक्टर पर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने का दबाव बनाया गया था। जब उसने यह करने से इनकार किया, तो उसे लगातार परेशान किया गया। परिवार का कहना है कि उसे लगातार दबाव बनाकर गलत काम के लिए मजबूर किया गया। इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
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हाथ पर लिखा नोट अहम सबूत
पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। यह मामला पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली को लेकर भी कई सवाल खड़े करता है। डॉक्टर के हाथ पर लिखा सुसाइड नोट इस मामले का अहम सबूत है। पुलिस अब डॉक्टर के पूरे बैकग्राउंड की जांच कर रही है।
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