हनीट्रैप में फंसा रेलवे कर्मचारी, सेना की गोपनीय जानकारी कर रहा था लीक

राजस्थान के बीकानेर में एक रेलवे कर्मचारी भवानी सिंह को ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसे एक पाकिस्तानी युवती ने हनीट्रैप में फंसाया, जिससे वह सोशल मीडिया के जरिए जुड़ा था। 

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Jitendra Shrivastava
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railway-employee-caught Photograph: (thesootr)

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राजस्थान में इंटेलिजेंस टीम ने एक रेलवे कर्मचारी को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। भवानी सिंह, जो बीकानेर रेलवे में पॉइंटमैन के पद पर कार्यरत था, उसे पाकिस्तानी एजेंट ने हनीट्रैप में फंसाकर सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल की। वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी युवती के संपर्क में था और बदले में ISI से पैसे ले रहा था। इंटेलिजेंस की टीम ने संदिग्ध कॉल ट्रेस कर उसे पकड़ लिया।  

हनीट्रैप में फंसा रेलवे कर्मचारी

राजस्थान में इंटेलिजेंस टीम ने एक बड़े जासूसी नेटवर्क का खुलासा किया है। बीकानेर में महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे कर्मचारी भवानी सिंह को ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भवानी सिंह निमी नाम की एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था, जिसने उसे हनीट्रैप में फंसा लिया। वह सेना की गतिविधियों, ट्रेन मूवमेंट और गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था।  

इंटेलिजेंस टीम ने ऐसे पकड़ा जासूस 

राजस्थान इंटेलिजेंस एजेंसियों को पाकिस्तान की ISI से जुड़े जासूसी नेटवर्क की सूचना मिली थी। अधिकारियों ने संदिग्ध कॉल ट्रेस कर भवानी सिंह पर नजर रखनी शुरू की। जब पुख्ता सबूत मिले, तो 28 फरवरी को महाजन रेलवे स्टेशन से उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया। पूछताछ के बाद, भवानी सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि हुई।  

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ISI से ले रहा था पैसे, सेना की गोपनीय जानकारी भेज रहा था  

भवानी सिंह महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के पास तैनात था। यह इलाका सेना के लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से सैन्य सामग्री और सैनिकों की आवाजाही होती है। भवानी सिंह ने पाकिस्तानी युवती के प्रभाव में आकर, सेना की मूवमेंट और संवेदनशील जानकारियां सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान भेजीं। इसके बदले में ISI उसे पैसे देती थी।  

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महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में पहले भी हो चुकी हैं जासूसी घटनाएं  

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के पास पाकिस्तानी एजेंसियां हनीट्रैप करवाकर भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करती हैं।  

  • फरवरी 2024 में, यहां की सेना कैंटीन चलाने वाले विक्रम सिंह को भी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।  
  • पाकिस्तानी युवतियां खुद को पत्रकार या सामाजिक कार्यकर्ता बताकर लोगों को जाल में फंसाती हैं और उनसे अहम जानकारी निकलवाती हैं।  

इंटेलिजेंस टीम का मानना है कि भवानी सिंह कई महीनों से जासूसी कर रहा था और उसने कई संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान भेजी हैं।  

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