Rajasthan : केंद्र में राज्यमंत्री का दर्जा दिलाने का झांसा देकर ठगी , शातिर ठगों ने ऐसे लगाया 5 करोड़ का चूना

राजस्थान में मानसरोवर पुलिस ने 5 करोड़ रुपए की ठगी मामले में दिल्ली के व्यापारी को गिरफ्तार किया है। वहीं दो आरोपी फरार है। आरोपियों ने मोदी सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिलाने का झांसा देकर ठगी की थी। बाद में नेताजी खुद फर्जीवाड़े के केस में फंस गए।

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Vikram Jain
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Rajasthan Jaipur Cheated pretext getting status State Minister
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JAIPUR. राजस्थान से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक केन्द्र में राज्यमंत्री का दर्जा दिलाने का झांसा देकर पांच करोड़ रुपए की ठगी की गई। अब ठगी के मामले में जयपुर की मानसरोवर थाना पुलिस ने दिल्ली के व्यापारी नवीन गोयल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के रिमांड पर भेजा गया है। वहीं मुख्य आरोपी राजकुमार शर्मा और मनोज शर्मा की तलाश की जा रही है। राजकुमार शर्मा ने हाल ही में आमेर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधायक का चुनाव लड़ा था। मामला जयपुर के मानसरोवर इलाके का है। 

कोर्ट के आदेश पर रिओपन हुआ केस

थाना प्रभारी राजेन्द्र गोदारा ने बताया कि यह मामला कोर्ट के आदेश पर फिर से खोला गया था। जांच में परिवादी के आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर पुलिस टीम को दिल्ली भेजा गया था, जहां से आरोपी नवीन गोयल को गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

फर्जी नियुक्ति पत्र देकर किया खुश

पुलिस के अनुसार सीताराम शर्मा ने आरोप लगाया कि राजकुमार शर्मा और मनोज शर्मा ने केंद्र में राज्य मंत्री का दर्जा दिलाने का झांसा देकर सुभाष शर्मा से उनकी मुलाकात कराई थी, उन्होंने दिल्ली निवासी नवीन गोयल से भी मिलवाया और वेयरहाउस चेयरमैन बनाने और राज्य मंत्री का दर्जा दिलाने का वादा किया। आरोपियों ने दिल्ली में एक पूर्व मंत्री के भाई से भी मुलाकात कराई। इसके बाद राज्य मंत्री बनने के लिए आरटीजीएस और चेक के माध्यम से उनके बैंक खातों में 5 करोड़ रुपए जमा कर दिए। झांसे में आए नेताजी खुद फर्जीवाड़े के केस में फंस गए तो उन्हें ठगी का पता चला।

आरोपियों ने 5 करोड़ रुपए मिलने एक महीने बाद पीड़ित को वेयरहाउस चेयरमैन बनाने का फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। कुछ दिनों बाद ही दिल्ली पुलिस ने केंद्र सरकार के निर्देश पर सीताराम के खिलाफ फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने का मुकदमा दर्ज किया, तब सीताराम को ठगी का पता चला।

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कोर्ट के निर्देश पर फिर से मामले में जांच 

दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद 2016 में नारायण बिहार निवासी सीताराम शर्मा ने मानसरोवर थाने में राजकुमार शर्मा, मनोज शर्मा, नवीन गोयल और सुभाष शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराया। हालांकि, आरोपियों से मिलीभगत के कारण पुलिस ने मामले में एफआर लगा दी थी। इसके चलते पीड़ित सीताराम ने कोर्ट में निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई, कोर्ट ने सुनवाई के बाद पुलिस को मामले की फिर से जांच के निर्देश दिए। केस फिर से खुलने के बाद जांच में पीड़ित के आरोप सही पाए गए हैं।

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