New Delhi. राजधानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले शरणार्थियों ( refugees ) ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( arvind kejriwal) के निवास ( residence ) के बाहर प्रदर्शन ( demonstration) किया और उनमें माफी की मांग की। शरणार्थी इस बात से नाराज थे कि सीएम ने उन्हें चोर, रेपिस्ट आदि कहा था। शरणार्थी इस बात से खासे उत्तेजित थे कि केंद्र सरकार उन्हें नागरिकता ( CAA ) का दर्जा देने की कवायद कर रही है, जबकि सीएम उन्हें खिलाफ गंभीर बयानबाजी कर रहे हैं।
विभिन्न इलाकों से आए थे शरणार्थी
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प्रदर्शन करने के लिए बड़ी तादात में हिंदू व सिख शरणार्थी चंदगीराम अखाड़े के पास इकट्ठा हुए। सीएम के आवास की ओर बढ़ने पर पुलिस ने उन्हें पास ही रोक लिया। विरोध प्रदर्शन करने वालों रोहिणाी, मजनूं का टीला, आदर्श नगर, सिग्नेचर ब्रिज के आसपास रह रहे शरणार्थी शामिल थे। इन प्रदर्शनकारियों ने वहीं पर प्रदर्शन किया। उनके हाथों में केजरीवाल माफी मांगों, शरणार्थियों का अपमान मत करो जैसे तख्तियां और बैनर थे। उनका आरोप था कि सीएम लगातार शरणार्थियों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं और उन्हें चोर और रेपिस्ट तक बता रहे हैं।
हमारी पुलिस जांच करवा लें सीएम
प्रदर्शन में आए एक शरणार्थी ने गुस्से और दुखी मन से कहा कि वह साल 2011 में दिल्ली आए थे। जिन हालातो से जूझकर उन्होंने पाकिस्तान छोड़ा उसका अंदाजा कोई दूसरा नहीं लग सकता। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है वह गलत है। जिन-जिन इलाकों में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों की बस्ती है, वहां संबंधित थाने में जाकर उनकी जांच करवाई जा सकती है और पता किया जा सकता है कि उनके खिलाफ कितने आपराधिक केस हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल इस तरह के बयानबाजी देकर लोगों को भड़का रहे हैं। उन्होंने सीएम से सीएए और शरणार्थियों के खिलाफ बयान वापस लेने और माफी की मांग की।
क्या कहा था केजरीवाल ने
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा था कि इस कानून ( CAA ) के जरिए केंद्र की बीजेपी सरकार ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में गरीब अल्पसंख्यकों के भारत आने के दरवाजे खोल दिए हैं। यह 1947 से भी बड़ा माइग्रेशन होगा। ऐसा करने से कानून-व्यवस्था चरमरा जाएगी। दिल्ली में चोरी, रेप, डकैती जैसे अपराध बढ़ जाएंगी। यह स्थिति खतरनाक हो जाएगी। केजरीवाल का यह भी आरोप था कि बीजेपी हमारा पैसा पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए गरीब प्रवासियों के लिए घर और नौकरियां देकर बसाने में खर्च करना चाहती है, ताकि यह लोग बीजेपी का वोट बैंक बन जाएं।