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औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा उठाए गए विवादों के बीच RSS प्रवक्ता प्रमुख सुनील आंबेकर एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब का नाम आज के समाज में विवाद का विषय नहीं होना चाहिए और ऐसे मुद्दों पर चर्चा करना समय की बर्बादी है।
RSS की बैठक के पहले क्या बोले सुनील
आंबेकर ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया कि आज के समाज में किसी भी प्रकार की हिंसा को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। इस तरह के विवादों को समाज के समग्र विकास के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। उन्होंने यह भी जोड़ा कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जो भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
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औरंगजेब के नाम पर विवाद
यह विवाद उस समय उभरा जब शंभजी नगर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर वीएचपी और अन्य हिंदू संगठनों द्वारा जोर-शोर से विरोध प्रदर्शन किए गए। इन प्रदर्शनों के दौरान नागपुर में हुई हिंसा ने इस मुद्दे को और भी गर्म कर दिया है।
आंबेकर ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि ऐसे विवादों का कोई स्थान नहीं है। उनका मानना है कि औरंगजेब का नाम आज के समय में किसी भी प्रकार से प्रासंगिक नहीं है। उनकी टिप्पणी इस समय आई है जब देशभर में इस मुद्दे को लेकर अलग-अलग राय सामने आ रही हैं।
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औरंगजेब की आज कोई वैल्यू नहीं
RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बुधवार को कहा कि हिंसा का कोई भी रूप समाज की भलाई के लिए हानिकारक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि 17वीं सदी के मुगल बादशाह औरंगजेब की आज के दौर में कोई वैल्यू नहीं रही।
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औरंगजेब पर विपक्ष का रिएक्शन
समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव बोले कि महाराष्ट्र के नागपुर में हिंसा भड़काने में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि दुख की बात यह है कि कानून और व्यवस्था पुलिस के हाथ में नहीं है। गृह विभाग, जो मुख्यमंत्री के पास है, विफल रहा है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, भाजपा हिंसा भड़काने के लिए VHP और बजरंग दल का इस्तेमाल करती है। CM के भड़काऊ भाषण पर कार्रवाई कब होगी?
हिंसा के खिलाफ आरएसएस का रुख
आंबेकर ने स्पष्ट किया कि आरएसएस का रुख किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ है। उनका कहना था कि अगर कोई घटना समाज में हिंसा का कारण बनती है, तो वह कतई स्वीकार्य नहीं है। साथ ही, उन्होंने औरंगजेब के नाम पर हो रहे विवादों को नकारते हुए कहा कि यह सब आज के समय में उचित नहीं है।
औरंगजेब विवाद की 5 बिंदुओं में समझिए पूरी स्टोरी
✅आरएसएस के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा कि आज के समय में औरंगजेब का नाम विवाद का विषय नहीं होना चाहिए।
✅आंबेकर ने स्पष्ट किया कि आरएसएस किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करता। उनका कहना था कि अगर कोई घटना समाज में हिंसा का कारण बनती है, तो उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
✅शंभजी नगर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर वीएचपी और अन्य संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद नागपुर में हिंसा हुई, जिससे यह मुद्दा और भी गरम हो गया।
✅ विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की।
✅आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 21-23 मार्च को बंगलूरू में होनी है, जिसमें संघ के प्रमुख मोहन भागवत और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।