चांदी की कीमतों में 21,000 की भारी गिरावट, जानें क्या है वजह

29 दिसंबर को चांदी की कीमतों में भारी गिरावट आई। MCX पर सिर्फ एक घंटे में 21 हजार रुपए की गिरावट दर्ज की गई। जानिए इसके कारण और इस गिरावट का क्या पड़ा असर।

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Sanjay Dhiman
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Heavy fall in silver prices by Rs 21000

Photograph: (the sootr)

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  • 29 दिसंबर को चांदी की कीमत में एक ही दिन में 21 हजार रुपए की गिरावट आई।
  • MCX पर मार्च सिल्वर वायदा 2 लाख 54 हजार से घटकर 2 लाख 33 हजार 120 रुपए प्रति किलोग्राम हुआ।
  • इंटरनेशनल मार्केट में चांदी का भाव 75 डॉलर प्रति औंस से नीचे गिरा।
  • रूस-यूक्रेन युद्ध के थमने की संभावना से चांदी की कीमत में गिरावट आई।
  • MCX पर चांदी में साल 2025 में 181% की तेजी देखी गई है, जो भविष्य में जारी रह सकती है।

Mumbai. 29 दिसंबर को चांदी की कीमत में एक ही दिन में 21 हजार रुपए की गिरावट आई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर मार्च सिल्वर वायदा एक घंटे के भीतर 2 लाख 54 हजार रुपए से घटकर 2 लाख 33 हजार 120 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। यह पहली बार था जब किसी एक कारोबारी दिन में चांदी की कीमत में इतनी बड़ी गिरावट देखी गई।

MCX पर चांदी की गिरावट: एक रिकॉर्ड दिन

चांदी की कीमत में गिरावट का एक कारण था इंटरनेशनल मार्केट में चांदी की कीमतों में आई भारी गिरावट। 29 दिसंबर को इंटरनेशनल मार्केट में चांदी का भाव 75 डॉलर प्रति औंस से नीचे गिर गया। इससे पहले यह 80 डॉलर प्रति औंस के ऊपर था। यह गिरावट रूस-यूक्रेन युद्ध के संभावित समापन की खबरों के कारण हुई, जिससे निवेशकों ने चांदी में प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर दी।

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चांदी की गिरावट का मुख्य कारण

वर्तमान में रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित शांति की संभावना ने चांदी की कीमतों को प्रभावित किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब भू-राजनीतिक तनाव कम होता है, तो चांदी जैसे सुरक्षित निवेश में भी गिरावट आती है। डॉ. धर्मेश भाटिया, जो एमिरेट्स इन्वेस्टमेंट बैंक में डायरेक्टर हैं, ने कहा कि युद्ध के थमने की संभावना से चांदी की मांग कम हो सकती है।

MCX और इंटरनेशनल मार्केट का कनेक्शन

भारत में चांदी की कीमतों में बदलाव का सीधा असर इंटरनेशनल मार्केट से जुड़ा होता है। MCX पर वायदा अनुबंध (Futures Contract) के माध्यम से चांदी की कीमतें तय होती हैं, और जब इंटरनेशनल मार्केट में उतार-चढ़ाव आता है, तो इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है। चांदी की सप्लाई में कमी और औद्योगिक मांग में वृद्धि से आने वाले दिनों में चांदी की कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है।

चांदी की कीमत में आगामी बदलाव

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि चांदी की कीमतों में यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। एमसीएक्स पर सिल्वर ने जनवरी 2025 के बाद से 181% तक की तेजी दिखाई है। रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में चांदी की कीमतों में उछाल की संभावना है, खासकर जब सप्लाई कम और औद्योगिक मांग बढ़ती है।

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एक्सपर्ट्स का कहना

मार्केट एक्सपर्ट अनुज गुप्ता के अनुसार, इंटरनेशनल मार्केट में चांदी के मार्जिन में बढ़ोतरी हुई है। CME (Chicago Mercantile Exchange) ने मार्च 2026 के सिल्वर फ्यूचर्स के लिए मार्जिन को 20 हजार डॉलर से बढ़ाकर 25 हजार डॉलर कर दिया है। इससे चांदी की कीमतों पर दबाव और बढ़ सकता है। इसका मतलब यह भी है कि चांदी के लिए लंबी अवधि में अच्छे प्रदर्शन की संभावना है।

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