तेलंगाना टनल हादसा : 16 दिन बाद भी रेस्क्यू जारी, अब बचाव में रोबोट की लेंगे मदद

तेलंगाना के नगरकुर्नूल सुरंग हादसे में 16 दिन बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सुरंग के अंदर एक शव मिला है, और अब रेस्क्यू में रोबोट का सहारा लिया जाएगा।

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Jitendra Shrivastava
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tunnel-accident-robot-rescue Photograph: (thesootr)

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तेलंगाना (Telangana) के नगरकुर्नूल (Nagarkurnool) जिले में स्थित SLBC सुरंग हादसा (SLBC Tunnel Accident) अब 16 दिन बाद भी खत्म नहीं हुआ है। 22 फरवरी को हुए इस हादसे में सुरंग के अंदर 8 मजदूर (8 Laborers) फंस गए थे, जिनके बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चल रहा है। रविवार, 9 मार्च को रेस्क्यू टीम को सुरंग में एक शव बरामद हुआ, जो टनल बोरिंग मशीन (Tunnel Boring Machine) से चिपका हुआ था। शव को बाहर निकालने के लिए बचाव दल द्वारा मशीन को काटने का प्रयास किया जा रहा है। इस ऑपरेशन में अब सरकार ने रोबोट (Robot) का सहारा लेने का निर्णय लिया है, ताकि बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके।

रेस्क्यू ऑपरेशन में रोबोट का उपयोग

तेलंगाना सरकार ने अब इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए रोबोट का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी (Irrigation Minister N Uttam Kumar Reddy) ने अधिकारियों को इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले, केरल पुलिस (Kerala Police) के कैडेवर डॉग्स (Cadaver Dogs) को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल किया गया था, जो शवों का पता लगाने में मदद कर रहे थे। अब सरकार की योजना है कि रोबोट विशेषज्ञों (Robot Experts) की सेवाएं ली जाएं, और इसके लिए 4 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।

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रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हुए प्रयास

रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने के बाद से एनडीआरएफ (NDRF), सेना और अन्य एजेंसियां युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में जुटी हैं। सुरंग के अंदर रास्ता बनाने के लिए टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। सुरंग में फंसे 8 मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयास नाकाम हो चुके हैं, लेकिन रोबोट के इस्तेमाल से उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही सफलता मिलेगी।

मुख्यमंत्री का दौरा और समीक्षा

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Chief Minister Revanth Reddy) ने 11 मार्च को सुरंग का दौरा करने का निर्णय लिया है। वह रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा करेंगे और इस काम को और अधिक तेज करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।

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मशीन से चिपका शव और अगले कदम

रेस्क्यू टीम ने जो शव बरामद किया है, वह टनल बोरिंग मशीन के अंदर फंसा हुआ था। अब इस शव को बाहर निकालने के लिए मशीन को काटा जा रहा है। जैसे ही शव बाहर निकाला जाएगा, रेस्क्यू टीम मजदूरों के लिए अगला कदम उठाएगी। सरकार का प्रयास है कि फंसे हुए मजदूरों को जल्दी और सुरक्षित बाहर निकाला जाए।

FAQ- खबर से संबंधित सवाल

तेलंगाना टनल हादसा कब हुआ और कितने लोग फंसे थे?
तेलंगाना के नगरकुर्नूल जिले में 22 फरवरी 2025 को SLBC सुरंग हादसा हुआ था। इस हादसे में 8 मजदूर फंसे हुए हैं, जिनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में रोबोट का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है?
सुरंग में फंसे हुए मजदूरों को निकालने में बड़ी मुश्किलें आ रही थीं। रोबोट का इस्तेमाल सुरंग के अंदर से शवों का पता लगाने और मजदूरों को बचाने में मदद करने के लिए किया जा रहा है। इससे रेस्क्यू कार्य को तेज और सुरक्षित बनाने की उम्मीद है।
तेलंगाना सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कितनी राशि निर्धारित की है?
तेलंगाना सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 4 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है, ताकि रोबोट विशेषज्ञों की सेवाएं ली जा सकें और रेस्क्यू ऑपरेशन को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।

 

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