अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को इस हफ्ते कतर दौरे के दौरान एक अभूतपूर्व और सबसे महंगा गिफ्ट मिलने वाला है। कतर सरकार ट्रम्प को एक लग्जरी बोइंग 747-8 जंबो जेट गिफ्ट में देने की योजना बना रही है, जिसकी कीमत लगभग 3400 करोड़ रुपये (400 मिलियन डॉलर) है। यह विमान किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को मिलने वाला अब तक का सबसे महंगा विदेशी उपहार होगा।
कतर का गिफ्ट: बोइंग 747-8 जंबो जेट
बोइंग 747-8 जंबो जेट को लेकर बहुत चर्चा हो रही है। यह विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान, एयर फोर्स वन के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह विमान न केवल अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा, बल्कि इसकी लग्जरी और सुविधाएं भी बेहद शानदार होंगी। ट्रम्प के लिए यह एक बड़ी सौगात हो सकती है, क्योंकि इसका इस्तेमाल वह अपने कार्यकाल के बाद भी कर सकते हैं।
हालांकि, गिफ्ट मिलने के बाद भी ट्रम्प इसे तुरंत इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक, ट्रम्प को यह विमान उनके कार्यकाल के अंत से पहले मिल सकता है, लेकिन इसके सुरक्षा मंजूरी में समय लग सकता है।
कार्यकाल खत्म होने के बाद भी ट्रम्प कर सकते हैं इस्तेमाल
कतर सरकार की ओर से अभी इस विमान के गिफ्ट के तौर पर दिए जाने की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प इसे अस्थायी रूप से एयर फोर्स वन के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करेंगे। ट्रम्प के पास वर्तमान में एक पुराना 757 जेट है, जिसे उन्होंने 2011 में खरीदा था और उसे 'ट्रम्प फोर्स वन' के रूप में इस्तेमाल करते हैं। कतर का यह नया प्लेन फिलहाल ट्रम्प के मौजूदा विमान से कहीं ज्यादा आधुनिक और शानदार होगा।
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कतर से विमान के ट्रांसफर पर बातचीत जारी
कतर सरकार के प्रवक्ता अली अल-अंसारी ने इस बात का इनकार किया है कि यह विमान गिफ्ट में दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच इस विमान के ट्रांसफर को लेकर बातचीत चल रही है और फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
हालांकि, सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह बोइंग 747-8 जंबो जेट ट्रम्प के कार्यकाल के अंत में उनके लाइब्रेरी को दान कर दिया जाएगा। फिलहाल, ट्रम्प को यह विमान सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद कुछ सालों में ही मिल सकता है।
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ट्रम्प और बोइंग का विवाद
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान बोइंग के साथ एक सौदा किया था, जिसके तहत दो बोइंग 747 को एयर फोर्स वन के नए विमानों के रूप में आधुनिक बनाने की योजना थी। लेकिन इस सौदे में बार-बार देरी होने के कारण बजट 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा बढ़ गया था। इस देरी के कारण ट्रम्प ने नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि बोइंग की डिलीवरी में बहुत ज्यादा समय लग रहा है।
इसके बाद, ट्रम्प ने कतर के बोइंग 747-8 जेट को फ्लोरिडा के पाम बीच एयरपोर्ट पर देखा था और इस विमान को लेकर ट्रम्प ने कहा था कि अगर बोइंग समय पर विमान नहीं देता, तो वह कतर से एक विमान खरीद सकते हैं या किसी और जगह से यह विमान हासिल कर सकते हैं।
2027 तक बोइंग की डिलीवरी में देरी
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बोइंग 747-8 जेट की डिलीवरी 2027 तक पूरी हो सकती है, और तब तक ट्रम्प इस विमान का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इस देरी के चलते कतर सरकार ने यह निर्णय लिया कि ट्रम्प को एक अस्थायी विमान दिया जाएगा, जो एयर फोर्स वन के विकल्प के रूप में काम कर सकता है।
जंबो जेट विमान | देश दुनिया न्यूज