लेडी डॉन : जीवन साथी की भूमिका में शानदार तो क्राइम की दुनिया में जानदार

यूपी में कुछ अपराधी माफिया (criminal mafias) मारे गए या निष्क्रिय हो गए तो उनकी पत्नियों (जीवन साथी) ने अपराध की दुनिया में अपना नाम कर लिया और पुलिस की नाक में दम भी किए रखा। आज हम यूपी की कुछ लेडी डॉन ( lady don ) के बारे में बताते हैं...

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Dr Rameshwar Dayal
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NEW DELHI: देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) कई मायनों में अनूठा है। यह वह राज्य है, जिसने देश को सबसे अधिक नामी नेता ओर प्रधानमंत्री ( prime minister ) दिए हैं तो दूसरी ओर अपराध की दुनिया में भी इस राज्य ने खूब नाम कमाया है। पहले इस राज्य का इतिहास बागियों से भरा रहता था और जब राजनीति में अपराधिक छवि वालों को मांग बढ़ी तो एक से एक अपराधी इस राज्य ने दिए। विशेष बात यह है कि इनमें से कुछ अपराधी माफिया (criminal mafias) मारे गए या निष्क्रिय हो गए तो उनकी पत्नियों (जीवन साथी) (wives ) ने अपराध की दुनिया में अपना नाम कमाया। आज हम यूपी की कुछ लेडी डॉन ( lady don ) के बारे में बताते हैं, जिन्होंने बेखौफ होकर अपना राज चलाया या अपने पति/साथी का साथ दिया। 

माफिया के आतंक से जूझता रहा है यूपी

उत्तर प्रदेश फिलहाल माफियाओं के आतंक से मुक्त दिख रहा है। लेकिन कभी वह दौर रहा है जब यहां एक से एक माफिया ने आतंक मचाया, राजनीतिक दलों की मदद की और बाद में खुद ही राजनीति की दुनिया में आ गए। हालिया राजनीति में अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी ऐसे अपराधी हैं जो यूपी में बड़े नेता भी बने और अधिकतर दलों ने उनकी मदद ली। इसके अलावा ऐसे भी माफिया हैं, जो सीधे तौर राजनीति से नहीं जुड़े, लेकिन नेताओं से उनका अपनापा रहा। ऐसे अपराधियों में वाराणसी के बृजेश सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर और अभिषेक सिंह, नोएडा में अनिल भाटी और सुंदर भाटी, देवरिया संजीव द्विवेदी के अलावा मुख्तार अंसारी गैग के करीबी मऊ के रमेश सिंह, लखनऊ के जुगनू वालिया, गोरखपुर के राजन तिवारी, प्रयागराज के बच्चा पासी, जाबिर हुसैन आदि शामिल हैं। इनमें से कुछ की जीवन संगिनी का कच्चा चिट्ठा इस प्रकार है। 

75 हजार की इनामी अफशां अंसारी का कुछ पता नहीं 

वर्ष 2005 में नामी माफिया मुख्तार अंसारी जब जेल चला गया तो उसके गैंग की कमान पत्नी अफशां अंसारी ने संभाल ली थी। शादी से पहले अफशां पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। लेकिन अब उस पर गैंगस्टर एक्ट, रंगदारी सहित अलग-अलग नौ मामले दर्ज हैं। अफशां पर गाजीपुर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में 75 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। उसकी तलश में गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक छापेमारी चल रही है, लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं। अभी माना जा रहा था कि वह अपने पति मुख्तार अंसारी की अंतिम क्रिया में शामिल होंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 

शाइस्ता परवीन पर इसलिए है 50 हजार का इनाम

यूपी के एक और नामी अपराध माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम है। जब पिछले साल 24 फरवरी को प्रयागराज कोर्ट से लौटते समय उमेशपाल व उसके दो सुरक्षा कर्मियों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अतीक अहमद का एक बेटा असद अहमद व अन्य लोग शामिल थे। उमेशपाल अतीक गैंग द्वारा मारे गए विधायक राजू पाल व उसके भाई की हत्या का गवाह था। उमेश की हत्या के षडयंत्र में शाइस्ता भी शामिल थी। उस पर शूटरों को पनाह देने व हत्याकांड के लिए फंडिंक करने का आरोप है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि वह नेपाल के रास्ते दुबई भाग गई है। गौरतलब है कि उनके पति अतीक अहमद व उनके भाई अशरफ को पुलिस कस्टडी में तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि बेटा असद पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। 

जैनब फातिमा व आयशा नूरी पर 25-25 हजार का इनाम

माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा व उसकी बहन आयशा नूरी को उमेश पाल हत्याकांड षडयंत्र में शामिल माना गया है। पुलिस का आरोप है कि जब असद व गुड्डू ने उमेशपाल को मारा था, तब वे दोनों भागकर मेरठ स्थित आयशा नूरी के घर में रुके थे। पुलिस को इन दोनों की उसके घर में जाते हुए सीसीटीवी फुटेज मिली थी, जिसके बाद उस पर मुकदमा दर्ज किया गया। जैनब पर भी आपराधिक वारदातों के चलते मुकदमे दर्ज हैं। इन दोनों बहनों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित है। ये दोनों फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। 

काजल झा, जिसके पास है करोड़ों की प्रॉपर्टी 

नोएडा के अपराध माफिया रवि काना जो कबाड़ (स्क्रैप) की आड़ में अवैध धंधे चलाता था, उसकी महिला मित्र काजल झा की तलाश में पुलिस लगातार भटक रही है। खास बात यह हे कि गैंगरेप के आरोप में पुलिस उसके प्रेमी काना की भी तलाश में जुटी है। फिलहाल दोनों फरार हैं। रवि ने एक स्क्रैप कंपनी बना रखी थी और काजल उसकी कंपनी की डायरेक्टर थी। इनके पास करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी है। पुलिस ने अभी तक इसमें से 100 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त कर ली है। रवि और उसकी प्रेमिका समेत गैंग के 16 सदस्यों पर गैंगस्टर व अन्य केस दर्ज हैं। काजल का इतिहास रोचक है। वह नौकरी की तलाश में रवि काना के संपर्क में आई और उसके दिल में उतर गई। बाद में पैसों का हिसाब-किताब वही देखने लगी। 

गुमनाम दीप्ति बहल, इनाम 5 लाख

दिल्ली-एसीआर में कुछ साल पूर्व बाइक-वोट घोटाला हुआ था। करीब 4 हजार करोड़ के घोटाले में प्रमुख आरोपी संजय भाटी ने पूरे देश में लोगों से धनराशि इकट्ठी कर यह झांसा दिया कि इस रकम से किराए पर बाइक चलाई जाएगी और उसकी रकम लोगों को लगातार वापस मिलती रहेगी। वह फिलहाल जेल में बंद है और ईडी इस मामले में जुड़ सकती है। भाटी की पत्नी दीप्ति बहल की जिंदगी गुमनाम सरीखी रही है, क्योंकि उसका पति नेता था। लेकिन दीप्ति इस फ्रॉड में अपने पति के साथ थी। उस पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा व अन्य जिलों में करीब 100 आपराधिक केस दर्ज हैं। दीप्ति पीएचडी होल्डर है और शादी से पहले बागपत के एक स्कूल में पढ़ाती थी। वह काफी समय से फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। दीप्ति ने सिर्फ दिमाग के सहारे अपराध की दुनिया में लेडी डॉन का तमगा पाया है। 

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