पूर्व शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी ने हाल में एक बड़ा बयान दिया, इसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय से सनातन धर्म में घर वापसी की अपील की। महाकुंभ के संगम स्नान के बाद वसीम ने कहा कि जो परिवार इस मुहिम में शामिल होंगे, उन्हें हर महीने 3 हजार रुपए की सहायता मिलेगी। इस बयान के बाद उनके कदम को लेकर कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वसीम रिजवी ने एक नया संगठन बनाने की भी बात की, जो इस पहल को आगे बढ़ाएगा।
सनातन धर्म में आने पर कारोबार में करेंगे मदद
वसीम रिजवी, जो अब अपने नए नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी से जाने जाते हैं, ने हाल ही में सनातन धर्म में मुसलमानों की घर वापसी के संबंध में बड़ा बयान दिया। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे सनातन धर्म में वापसी पर विचार करें और इस प्रक्रिया को समर्थन देने के लिए एक नया संगठन बनाने का ऐलान किया।
रिजवी ने यह भी कहा कि इस संगठन के माध्यम से घर वापसी करने वाले मुस्लिम परिवारों को हर महीने 3000 रुपये की सहायता दी जाएगी, जब तक वे पूरी तरह से सनातन धर्म में स्थिर नहीं हो जाते। साथ ही, जो लोग व्यवसाय करना चाहते हैं, उन्हें कारोबार में मदद भी की जाएगी।
कुंभ में स्नान के बाद बोले रिजवी- उद्देश्य को लेकर गंभीर हूं
वसीम रिजवी ने यह बयान महाकुंभ में संगम स्नान के बाद दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस पवित्र स्थल से बड़ी प्रेरणा मिली है और वे अब इस उद्देश्य के लिए गंभीर हैं। उनका यह प्रस्ताव खासतौर पर उन मुसलमानों के लिए है जो इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपनाना चाहते हैं। वसीम ने यह भी कहा कि उन्हें कट्टरपंथी और जेहादी मानसिकता से बाहर निकलकर खुशी से सनातन धर्म अपनाना चाहिए।
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शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं वसीम
वसीम रिजवी का नाम पहले शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में चर्चा में आया था। उन्होंने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया और अपना नाम भी बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कर लिया था। उनका कहना है कि सनातन धर्म अपनाने से उन्हें जीवन में शांति मिली है और वे इस बदलाव को दूसरे लोगों के साथ भी साझा करना चाहते हैं।
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यह कदम हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देगा: समर्थक
वसीम रिजवी के इस बयान ने समाज में विभिन्न प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक एकता की दिशा में सकारात्मक कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे विवादास्पद और राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित मानते हैं। उनके समर्थकों का कहना है कि यह कदम समाज में हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देगा, वहीं आलोचकों का कहना है कि यह बयान धार्मिक आधार पर समाज को और अधिक बांटने का काम करेगा।
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मुझे संगम स्नान कर बड़ी खुशी महसूस हुई: वसीम रिजवी
वसीम रिजवी का यह कदम हिंदू-मुस्लिम एकता को लेकर चर्चाएं पैदा कर सकता है, लेकिन कुछ लोग इसे विवादास्पद भी मान रहे हैं। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने मंगलवार को महाकुंभ में संगम स्नान किया। संगम स्नान के बाद कहा- वो एक ऐसा संगठन बना रहे हैं जो इस्लाम से सनातन में आने वालों को तीन हजार रुपए हर महीने देगा और उन्हें कारोबार दिलाने में भी मदद करेगा।
उन्होंने कहा- आज मुझे संगम स्नान कर बड़ी खुशी महसूस हुई। मैं इस पवित्र भूमि से पूरे देश के मुसलमानों से ये अनुरोध करता हूं कि वे सनातन धर्म में घर वापसी के संदर्भ में विचार करें।