/sootr/media/media_files/2025/04/21/yIbohsv2o4L1BaefecxD.jpg)
अक्षय तृतीया, जिसे 'अखा तीज' भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के मुताबिक वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन किया गया हर कार्य 'अक्षय' होता है, जिसका अर्थ है—जो कभी समाप्त न हो। यह दिन समृद्धि, धन और पुण्य का प्रतीक माना जाता है। पंचांग के मुताबिक, अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें... अक्षय तृतीया पर नमक खरीदने की है परंपरा, जानें इसके पीछे का महत्व
अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का विशेष महत्व इस दिन के शुभ कार्यों के फल को लेकर है। मान्यता है कि, जो भी कार्य इस दिन किया जाता है, वह कभी भी नष्ट नहीं होता और वह हमेशा के लिए फलदायक रहता है। यह दिन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक समृद्धि और सामर्थ्य के लिए भी शुभ माना जाता है।
इस दिन विशेष रूप से सोने, चांदी, या अन्य कीमती धातुओं की खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है। साथ ही, यह दिन दान-पुण्य और नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी उपयुक्त होता है।
इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्य
- सोने-चांदी की खरीदारी: इस दिन सोने या चांदी का निवेश करना शुभ होता है, क्योंकि यह भविष्य में संपत्ति और समृद्धि का कारण बनता है।
- दान: विशेष रूप से जल, अन्न, वस्त्र, और अन्य दान देने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा: इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
- नई शुरुआत: अक्षय तृतीया को विवाह, गृह प्रवेश, और व्यवसाय की शुरुआत के लिए आदर्श दिन माना जाता है।
ये भी पढ़ें... न्यायधानी में देश के इकलौते हनुमानजी, जहां देवी रूप में होती है पूजा
2025 के शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक, अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन विशेष शुभ योग भी बन रहे हैं, जिससे यह दिन और भी खास हो जाता है।
सोना खरीदने का समय: सुबह 5:41 बजे से दोपहर 2:12 बजे तक
पूजा का समय: सुबह 5:41 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
क्या दान करें
ऐसा माना गया है कि, इस दिन दान देने का विशेष महत्व होता है। तो इन चीजों का दान किए जा सकते हैं:
- जल दान (Water Donation)
- अन्न दान (Food Donation)
- वस्त्र दान (Clothing Donation)
- गौ दान (Cow Donation)
- दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और घर की सफाई करें।
- पूजा स्थान तैयार करें: लाल या पीला कपड़ा बिछाएं और भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
- कलश स्थापित करें: पानी, आम के पत्ते और अनाज से सजाएं।
- पूजा करें: गंगाजल से स्थान पवित्र करें, पंचामृत से अभिषेक करें, तिलक, फूल, अक्षत, पान, सुपारी अर्पित करें।
- आरती करें और दान करें (अन्न, वस्त्र, फल)।
- व्रत करें: उपवास रखें यदि व्रत कर रहे हैं।
- अक्षय तृतीया पर विशेष कार्य: नए कपड़े, गहने खरीदें, मंदिर जाएं।
क्या न करें
- पूजा स्थान अव्यवस्थित न रखें।
- अशुद्ध वस्तुएं न रखें।
- पूजा के दौरान नकारात्मक विचार न करें।
- अक्षय तृतीया पर किए गए कार्यों का फल कभी खत्म नहीं होता।
अक्षय तृतीया दान वस्तु | अक्षय तृतीया सही तारीख | क्यों खास है अक्षय तृतीया | Akshaya Tritiya | akshaya tritiya right date | Akshaya Tritiya shubh muhurat | धर्म ज्योतिष न्यूज
ये भी पढ़ें...
बस्तर में लगेगा ऐतिहासिक मेला... मां दंतेश्वरी की होगी पूजा
MP का अनोखा माता मंदिर, यहां नवरात्रि में जीभ चढ़ाने की है परंपरा, क्या है इसका रहस्य