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फाल्गुन कालाष्टमी 2025 फाल्गुन कालाष्टमी व्रत 2025 का विशेष महत्व है। यह व्रत 20 फरवरी यानी आज के दिन मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, कालाष्टमी व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है, लेकिन फाल्गुन माह की कालाष्टमी का खास महत्व माना जाता है।
इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप, काल भैरव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शास्त्रों में कहा गया है कि, जो भी व्यक्ति इस दिन श्रद्धापूर्वक काल भैरव की उपासना करता है, उसे सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। साथ ही, इस व्रत को करने से काल दोष समाप्त होता है और सरकारी पदों पर सफलता मिलने के योग बनते हैं।
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फाल्गुन कालाष्टमी का महत्व
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक, कालाष्टमी व्रत को बहुत ही शुभ और चमत्कारी माना गया है। हिंदू धर्म में भगवान शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव की पूजा इस दिन विशेष रूप से की जाती है। मान्यता है कि, जो भी इस दिन व्रत और पूजा करता है, उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। इसके अलावा, काल भैरव की कृपा से व्यक्ति को शत्रुओं से मुक्ति मिलती है, मानसिक शांति प्राप्त होती है और जीवन में हर कार्य में सफलता मिलती है।
कालाष्टमी पर पूजा विधि
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, यदि आप फाल्गुन कालाष्टमी का व्रत कर रहे हैं, तो इन विधियों का पालन करना बहुत जरूरी है:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान काल भैरव की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाएं।
- काले तिल, सरसों के तेल और नारियल का अर्पण करें।
- काल भैरव को मदिरा और प्रसाद अर्पित करें।
- मंत्रों का जाप करें और भैरव चालीसा या भैरव स्तोत्र का पाठ करें।
- रात को जागरण करें और काल भैरव के मंदिर में जाकर दर्शन करें।
- इस दिन कुत्ते को भोजन कराना बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि यह काल भैरव का वाहन है।
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कालाष्टमी के शुभ योग
- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस बार फाल्गुन कालाष्टमी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन की महत्ता और बढ़ जाती है।
- रवि योग – यह योग शुभ कार्यों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
- शुभ नक्षत्र – काल भैरव की पूजा के लिए यह नक्षत्र बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।
- विशेष मुहूर्त – जो लोग इस दिन व्रत और पूजा करेंगे, उन्हें विशेष लाभ मिलेगा।
विशेष सावधानियां
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, कालाष्टमी व्रत करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जिससे पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है:
- इस दिन किसी का अपमान न करें और अहंकार से बचें।
- नशीले पदार्थों से दूर रहें और सात्विक भोजन ग्रहण करें।
- कुत्ते को भोजन कराएं, यह बहुत शुभ माना जाता है।
- काल भैरव के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करें और प्रसाद चढ़ाएं।
- शाम के समय दीपदान करें और रात में जागरण करने का प्रयास करें।
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फाल्गुन कालाष्टमी व्रत के लाभ
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, ऐसा माना जाता है कि इस दिन,
- काल भैरव की कृपा से सभी संकट दूर हो जाते हैं।
- कारोबार और नौकरी में उन्नति मिलती है।
- शत्रु शांत हो जाते हैं और जीवन में शांति बनी रहती है।
- सरकारी नौकरी और पदोन्नति पाने में सफलता मिलती है।
- काल दोष और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है।
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