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भारत में शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी पहल हो रही है, जिसमें नौ ब्रिटिश यूनिवर्सिटी भारत के विभिन्न शहरों में अपने कैंपस खोलने जा रहे हैं। यह कदम भारत-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का हिस्सा है।
जिसका उद्देश्य दोनों देशों (Education news) के बीच शिक्षा संबंधों को मजबूती देना और भारतीय छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा भारत में उपलब्ध कराना है।
यह पहल भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है, क्योंकि अब उन्हें विदेश जाने के बिना ही विश्वस्तरीय शिक्षा मिल सकेगी।
भारत में कौन-कौन से UK यूनिवर्सिटी खोलेंगे कैंपस?
कुछ प्रमुख ब्रिटिश यूनिवर्सिटीों ने भारत (top education news) में अपने कैंपस स्थापित करने के लिए मंजूरी प्राप्त कर ली है। ये कैंपस प्रमुख शहरों में स्थापित होंगे, जिससे छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा घर के पास ही मिल सकेगी। यहाँ कुछ प्रमुख यूनिवर्सिटीों की लिस्ट दी गई है।
University of Southampton: गुरुग्राम में पहले से कैंपस चल रहा है, जिसमें पहला बैच नामांकित हो चुका है।
University of Lancaster: बेंगलुरु में एक नया कैंपस खुलने जा रहा है, जो स्थानीय यूनिवर्सिटीों के साथ साझेदारी में काम करेगा।
University of Surrey: अहमदाबाद में इसका इंटरनेशनल ब्रांच कैंपस खुलेगा।
University of Bristol: मुंबई में एक नया एंटरप्राइज कैंपस खुलेगा, जो 2026 तक चालू हो जाएगा।
University of York: मुंबई में एक नया कैंपस खोला जाएगा, जो सस्टेनेबिलिटी, फ्यूचर टेक और क्रिएटिव इंडस्ट्री पर फोकस करेगा।
University of Aberdeen: अगले साल कैंपस (HIGHER EDUCATION) खुलने वाला है।
University of Liverpool: बेंगलुरु में इसका कैंपस खुलेगा, और UGC से अप्रूवल मिल चुका है।
Queen’s University Belfast: 2026 से शुरू होगा।
University of Coventry: अगले साल कैंपस शुरू होगा।
इन यूनिवर्सिटीों को University Grants Commission (UGC) द्वारा New Education Policy (NEP) 2020 के तहत मंजूरी दी गई है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे भारतीय शिक्षा मानकों पर खरे उतरें।
छात्रों को क्या फायदे मिलेंगे ?
सस्ती और विश्वस्तरीय शिक्षा
इन कैंपसों के खुलने से भारतीय छात्रों को अब UK (India-UK relations) की डिग्री (engineering studies) भारत में ही सस्ती कीमत पर मिल सकेगी। विदेश जाने के खर्चे जैसे वीजा, हॉस्टल और यात्रा की बचत होगी। हालांकि, फीस थोड़ी ज्यादा हो सकती है, लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता UK के स्तर की होगी।
अच्छे रिसर्च और नौकरी के मौके
इन कैंपसों में उद्योगों के साथ साझेदारी होगी, जिससे छात्रों को इंटर्नशिप और नौकरी के अवसर मिलेंगे। विशेषकर टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी और मेडटेक जैसे क्षेत्रों में स्किल्स के विकास में मदद मिलेगी।
ग्लोबल एक्सपोजर
UK के प्रशिक्षित फैकल्टी और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के साथ पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा, जिससे छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण मिलेगा।
महिला और ग्रामीण छात्रों को फायदा
भारत के विभिन्न हिस्सों से छात्र, विशेषकर महिलाएं और गरीब परिवारों के छात्र, इन कैंपसों से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा, इन कैंपसों में स्कॉलरशिप्स भी उपलब्ध होंगी, जो उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देंगी।
छात्रों के लिए क्या फायदेमंद
रहने का खर्च बचाना: विदेश जाने की जरूरत नहीं, जिससे रहने का खर्च बच सकेगा।
उद्योग से जुड़ाव: उद्योगों के साथ साझेदारी से छात्रों को बेहतर इंटर्नशिप और नौकरी के अवसर मिलेंगे।
शिक्षा की गुणवत्ता: UK स्तर की शिक्षा भारत में ही उपलब्ध होगी।
कोर्स की विविधता: सस्टेनेबिलिटी, टेक्नोलॉजी और बिजनेस जैसे क्षेत्र में कोर्सेस की उपलब्धता बढ़ेगी, जो भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।
FAQ
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