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Job in America: अमेरिका में नौकरी करने का सपना देखने वाले भारतीय पेशेवरों के लिए 2026 में नई चुनौतियां और अवसर सामने आ रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) प्रशासन ने H-1B वीजा नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। अब 'रैंडम लॉटरी सिस्टम' को हटा दिया गया है। इसके बजाय एक नया सैलरी-आधारित सिस्टम लागू किया गया है।
इसका मतलब यह है कि अब आपकी किस्मत नहीं, बल्कि आपकी योग्यता और सैलरी तय करेंगे कि आपको अमेरिका का वर्क वीजा मिलेगा या नहीं।
5 पॉइंट में समझें पूरी खबर
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H-1B वीजा नियमों में बदलाव: क्या है नया 'वेटेड' सिस्टम?
2026 से, H-1B वीजा के लिए नए नियम लागू होंगे। अब लॉटरी पूरी तरह रैंडम नहीं होगी। इसके बजाय, एक 'वेटेड सिलेक्शन' प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
इसका मतलब यह है कि उच्च सैलरी (Education news) स्तर वाले आवेदकों को अधिक प्राथमिकता मिलेगी। यानि जिनके पास ज्यादा सैलरी वाली नौकरी का ऑफर होगा, उन्हें पहले चुना जाएगा। यह बदलाव वीजा प्रक्रिया (H-1B वीजा धारक भारतीय) को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए किया जा रहा है।
नए सिस्टम के मेन पॉइंट्स
सैलरी के अनुसार चांस: लेवल-4 (उच्चतम सैलरी) वाले आवेदकों के नाम लॉटरी पूल में 4 बार डाले जाएंगे, जबकि लेवल-1 (एंट्री लेवल) वालों का नाम केवल 1 बार।
वीजा फीस में भारी वृद्धि: नए H-1B आवेदनों के लिए फीस बढ़ाकर 1 लाख डॉलर (लगभग ₹83 लाख) कर दी गई है। हालांकि, F-1 OPT छात्र जो पहले से अमेरिका में हैं, उन्हें इस बढ़ी हुई फीस से कुछ राहत दी गई है।
सैलरी ही प्राथमिकता: जिसका पैकेज जितना अधिक होगा, उसके चयनित होने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी।
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H-1B वीजा के 4 बेहतरीन विकल्प
यदि आप H-1B वीजा के नए कड़े नियमों और भारी फीस के कारण विकल्प तलाश रहे हैं, तो अमेरिका में काम करने के लिए ये रास्ते भी काफी प्रभावी हैं:
L-1 वीजा (Intracompany Transfer Visa)
यह 'इंट्राकंपनी ट्रांसफर' वीजा है। अगर आप ऐसी मल्टीनेशनल कंपनी (MNC) में काम करते हैं, जिसका दफ्तर भारत और अमेरिका दोनों जगह है, तो कंपनी आपको अमेरिका भेज सकती है। कंपनी आपको मैनेजर या स्पेशलिस्ट के तौर पर भेज सकती है। इस वीजा में लॉटरी का कोई चक्कर नहीं होता।
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O-1 वीजा (Extraordinary Ability Visa)
यह वीजा उन लोगों के लिए है जिनके पास किसी विशेष फील्ड में असाधारण प्रतिभा है। चाहे वह साइंस, आर्ट्स, बिजनेस या एआई (AI) हो। यदि आपने कोई पेटेंट प्राप्त किया है या बड़ा अवार्ड जीता है, तो आप इस वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस वीजा के जरिए आप अपनी विशिष्ट योग्यता को साबित कर सकते हैं। इसे पाने के लिए आपके पास कुछ ऐसा होना चाहिए जो आपको दूसरों से अलग करता हो।
F-1 OPT (Science, Technology, Engineering & Maths)
अमेरिकी विश्वविद्यालयों से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह सबसे अच्छा रास्ता है। STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) विषयों के छात्र अपनी डिग्री के बाद 3 साल तक बिना H-1B वीजा के भी अमेरिका में काम कर सकते हैं।
J-1 वीजा (Intern/Trainee Program)
यह एजुकेशनल या कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए होता है। इसके अंतर्गत छात्र इंटर्नशिप या ट्रेनिंग के लिए अमेरिका जा सकते हैं। अपनी फील्ड से संबंधित अनुभव प्राप्त करते हुए पैसे भी कमा सकते हैं।
वर्क वीजा तुलना चार्ट
| वीजा प्रकार | मुख्य लाभ | किसे मिलता है |
| H-1B | ड्यूल इंटेंट (ग्रीन कार्ड संभव) | स्पेशलाइज्ड वर्कर्स (उच्च सैलरी वाले) |
| L-1 | कोई कोटा सीमा नहीं | ट्रांसफर होने वाले मैनेजर/विशेषज्ञ |
| O-1 | कोई वार्षिक कैप नहीं | असाधारण प्रतिभाशाली व्यक्ति |
| STEM OPT | 3 साल का वर्क पर |
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