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भारतीय छात्र (indian student) अब बाहर पढ़ने जा रहे हैं। 2024 में करीब 7.6 लाख छात्र विदेश गए। यह नंबर लगातार बढ़ रहा है। इस साल खर्च भी 70 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। विदेश में अच्छी शिक्षा मिलती है। इससे ग्लोबल करियर बनाने में मदद मिलती है। हालांकि, यह सफर थोड़ा महंगा और मुश्किल होता है। इसलिए पूरी तैयारी जरूरी है।
विदेश में पढ़ाई के लिए जरूरी टेस्ट क्या हैं?
1. भाषा दक्षता परीक्षा (Language Tests)
अंग्रेजी बोलने वाले देशों के लिए ये टेस्ट जरूरी हैं:
IELTS: यह सबसे पॉपुलर टेस्ट है। इसे दुनिया भर के कॉलेज मानते हैं। इसकी वैलिडिटी 2 साल होती है।
TOEFL: यह अमेरिका, यूके और कनाडा में बहुत चलता है। इसकी वैलिडिटी भी 2 साल होती है।
PTE: 3500 से ज्यादा इंस्टीट्यूट इसे मानते हैं। यह टेस्ट एक ही सिटिंग में पूरा हो जाता है।
Duolingo Test: यह टेस्ट सस्ता है और ऑनलाइन हो जाता है। कई यूनिवर्सिटी इसे भी मानती हैं।
2. विषय-आधारित प्रवेश परीक्षाएं (Subject-Based Tests)
कोर्स के हिसाब से ये टेस्ट देने होते हैं:
SAT / ACT: अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए यह जरूरी है। जैसे इंजीनियरिंग, बिजनेस, आर्ट्स आदि। SAT में गणित, रीडिंग और राइटिंग स्किल्स देखते हैं।
GMAT / GRE: पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए जरूरी है। MBA, इंजीनियरिंग और ह्यूमैनिटीज के लिए।
अन्य: लॉ के लिए LSAT और मेडिसिन के लिए MCAT होता है। फाइनेंस के लिए CFA टेस्ट देना होता है।
वीजा के नियम और बदलाव
पढ़ाई के लिए ऑनशोर स्टूडेंट वीजा बहुत जरूरी है। आजकल कई देशों ने नियम सख्त कर दिए हैं। पढ़ाई के बाद वर्क परमिट की शर्तें भी मुश्किल हुई हैं।
अमेरिका: F-1 और M-1 वीजा चाहिए।
कनाडा: 'स्टडी परमिट' लेना जरूरी है।
यूके: 'ग्रेजुएट रूट' वीजा लगता है।
Australia: सामान्य स्टूडेंट वीजा जरूरी है।
जर्मनी: 'राष्ट्रीय वीजा' चाहिए।
हाल के कुछ बड़े बदलाव
कनाडा ने SDS प्रक्रिया को खत्म कर दिया है।
यूके ने डिपेंडेंट वीजा पर रोक लगा दी है।
ऑस्ट्रेलिया में अब 29,710 ऑस्ट्रेलियन डॉलर की आर्थिक क्षमता दिखानी होगी।
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वीजा के लिए तैयारी कैसे करें?
Visa अप्लाई करने से पहले पूरी तैयारी करें।
दूतावास की वेबसाइट पर नियम अच्छे से पढ़ें।
प्रक्रिया में कई हफ्ते या महीने लग सकते हैं।
कोर्स शुरू होने के 3 से 6 महीने पहले अप्लाई करें।
जरूरी डॉक्युमेंट्स: LOA (स्वीकृति पत्र), पासपोर्ट, बैंक स्टेटमेंट, फीस का प्रूफ और इंग्लिश स्कोर।
अगर पैसों का प्रूफ कम हुआ तो वीजा कैंसिल हो सकता है।
विदेश में पढ़ाई की चुनौतियां
विदेश में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है.
फर्जी कंसल्टेंट्स: इनसे बहुत सावधान रहें। देश की वेबसाइट पर जाकर सब चेक करें।
खर्चा: पूरा खर्चा पहले से पता करें। बजट बनाकर ही आगे बढ़ें।
नया माहौल: नई संस्कृति और दिनचर्या अपनाना मुश्किल हो सकता है। क्लब और सोशल एक्टिविटी से जुड़ें। नए माहौल में खुद को सहज बनाएं।
स्कॉलरशिप से मिलेगी मदद
कई इंटरनेशनल स्कॉलरशिप (scholarship) आपका खर्च कम कर सकती हैं:
कॉर्नेल यूनिवर्सिटी टाटा स्कॉलरशिप: हर साल लगभग 20 छात्रों को मौका देती है।
एएयूडब्ल्यू इंटरनेशनल फेलोशिप: यह सिर्फ गैर-अमेरिकी महिलाओं के लिए है।
रिचमंड स्कॉलर्स प्रोग्राम: असाधारण छात्रों के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार है।
माइक्रोसॉफ्ट स्कॉलरशिप: STEM विषयों के मेधावी छात्रों के लिए है। यह ट्यूशन फीस का खर्च उठाती है।
FAQ
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