फैक्ट चेक: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा में पड़ी दरार, जानें वायरल तस्वीर का सच

इन दिनों सोशल मीडिया पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा की तस्वीर वायरल हो रहा है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा कभी भी गिर सकती है।

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Amresh Kushwaha
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा में पड़ी दरार
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महाराष्ट्र के सिंधु दुर्ग जिले के राजकोट किले पर स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा 26 अगस्त को तेज हवा और बारिश के चलते गिर गई थी। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। इसे शेयर कर दवा किया जा रहा है कि सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा कभी भी गिर सकती है। उनके पैर वाले हिस्से में दरार पड़ गई है। तो आइए जानते हैं फैक्ट चेक ( Fact Check ) के जरिए, क्या है वायरल तस्वीर ( Viral Photo ) की सच्चाई...

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क्या है वायरल फोटो में...

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तस्वीर में देखा जा सकता है कि सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति के पैर वाले हिस्से पर कुछ दरारें पड़ गई है। इसके साथ ही कुछ लोग मूर्ति पर सीढ़ियां लगाकर उसकी मरम्मत करते नजर आ रहे हैं। 

वायरल हो रही तस्वीर...

वायरल तस्वीरों को यूजर्स ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर किया है।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तस्वीर को फेसबुक पर शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, कभी भी गिर सकती है। दरार पड़ना शुरू हो गयी।

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जानें क्या है इस तस्वीर का सच...

वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए thesootr ने इससे जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किए। सर्च करने पर हमें ये तस्वीर 2018 की कई मीडिया रिपोर्ट्स में मिली। इसके साथ जानकारी दी गई है कि ये तस्वीर मूर्ति के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की है। यहां ये बात साफ हो जाती है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की वायरल तस्वीर उद्घाटन से भी पहले की है। बता दें कि मूर्ति का उद्घाटन पीएम मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को किया था।

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गलत है वायरल तस्वीर का दावा

द सूत्र फैक्ट चेक ( thesootr fact check ) से ये साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तस्वीर कम से कम छह साल पुरानी है और उद्घाटन के पहले की है। इस तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है। इसलिए वायरल हो रही ऐसी तस्वीर और पोस्ट से दूर रहें और सही खबरों और फैक्ट चेक के लिए द सूत्र पढ़ते रहें।

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