BHOPAL. एक फिट बॉडी खूबसूरती में चार चांद लगाती है। इसमें कोई दो राय नहीं। अब दौर ऐसा है कि आम लोग भी सेलेब्रिटीज की तरह फिट बॉडी की इच्छा रखते हैं। एक बात साफ है कि सिर्फ पतले होना फिटनेस की निशानी नहीं है। एक फिट बॉडी एक खास शेप, बढ़िया पॉश्चर (आप कैसे चलते, बैठते या खड़े होते हैं) और मेटाबॉलिज्म का सही मेल होता है। अंदर से आप कितने फिट हैं इसके लिए एक्सपर्ट्स ने कुछ फिजिकली एक्टिविटीज के बारे में बताया है। आइए जानते हैं इन एक्टिविटीज के बारे में विस्तार से-
एक पैरे पर 60 सेकंड खड़े होने से मस्तिष्क बीमारियां होती है खत्म
एक पैर पर खड़ा होना थोड़ा अजीब जरूर हो सकता है, लेकिन यह एक्सरासाइज आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए काफी कारगर साबित होती है। यदि आप 60 सेकंड अपने शरीर के भार को एक पैर पर बैलेंस बनाकर रखते हैं तो इससे मस्तिष्क संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। वहीं यदि आप ऐसा 20 सेकंड के लिए भी नहीं कर पाते तो समझ लें कि आगे चलकर आपको दिमाग से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, एक पैर पर खड़े होने के 10 सेकंड के बैलेंस टेस्ट में असफल होने वाले वृद्ध वयस्कों की अगले 10 सालों में मृत्यु की संभावना लगभग दोगुनी होती है। इस प्रकिया से कान, आंख, ज्वॉयंट्स और मांसपेशियों के बीच के संवाद और समन्वय को मजबूती मिलती है, जो हमारे सभी ज्वॉयंट्स और मांसपेशियां मस्तिष्क को संकेत भेजती रहती हैं ताकि वो सीधे खड़े रहने का सबसे बेहतर तरीका सीख सके।
शरीर के निचले हिस्से को मापने करें चेयर टेस्ट
इस तरह के टेस्ट में शरीर के निचले हिस्से के लचीलेपन को मापा जाता है। इस टेस्ट को करने के लिए आपको एक ऐसी कुर्सी की जरुरत होगी जिसमें आर्म रेस्ट ना हो। अब आप इस कुर्सी पर बैठ जाएं। इसके बाद एक मिनट में देखें कि आप कितनी बार बैठकर खड़े हो सकते हैं और फिर से बैठ सकते हैं। लंदन में हुई एक स्टडी के मुताबिक जो वयस्क 20 सेकेंड या उससे भी कम समय में 10 बार ऐसा कर पाए उसका जीवन अन्य व्यक्तियों के मुकाबले लंबा और हेल्दी जीवन जीता है।
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ऐसे जानें आपका दिल है कितना स्वस्थ
अपने पैर की उंगलियों को छूने की मुद्रा आपके शरीर के हैमस्ट्रिंग खिंचाव (मांसपेशी हिप से लेकर घुटने तक जांघों के पीछे मौजूद मांसपेशी है) को बढ़ाने के साथ ही कूल्हे के जोड़ों में लचीलापन बढ़ाती है। इसे करने के लिए जमीन पर बैठकर दोनों पैरों को सीधा करना होगा। इसके बाद हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। एक रिसर्च में ऐसा दावा किया गया है कि इस तरह की एक्सरसाइज नहीं करने वाले लोगों को आगे चलकर हृदय से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बदलती लाइफस्टाइल के कारण आपकी आर्टरीज कड़ी हो जाती हैं, तो आपके दिल को खून पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
कितनी तेजी से चढ़ते हैं सीढ़ियां
हर बार जब आप लिफ्ट लेने के बजाय सीढ़ियों का चयन करते हैं, तो आप अतिरिक्त कैलोरी बर्न करते हैं और यह आपके दिल की परेशानी को दूर करता है। सीढ़ी चढ़ने को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना भी मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति का निर्माण कर सकता है। एक शोध के मुताबिक अगर आप बिना रुके सीढ़ियां आसानी से चढ़ सकते हैं तो आपके समय से पहले मरने के चांसेस काफी कम होते हैं। वहीं, जिन लोगों को सीढ़ियां चढ़ने में समस्या होती है उन लोगों में मरने की संभावना तीन गुना ज्यादा होती है। साथ ही, कैंसर का खतरा भी दोगुना ज्यादा होता है।
क्या आप पीठ के पीछे दोनों हाथ जोड़ सकते हैं?
पीठ के पीछे दोनों हाथों को लेकर जाएं और पीछे से हाथ जोड़े। इस की एक्सरसाइज आपकी स्मरण शक्ति बढ़ाने के साथ ही मन को भी शांत रखती है। वहीं मन में निडरता और साहस की भी वृद्धि करती है। हाथों को जोड़ने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जो शरीर में पॉजिटीव इमोशन को बढ़ाता है। जब आप नमस्कार करने के लिए दोनों हाथों को जोड़ते हैं तो इससे एनर्जी का संचार होता है और बॉडी में पॉजिटिविटी आने लगती हैं।