BHOPAL. कमलनाथ बीजेपी में आएंगे या नहीं, इसका निर्णय तो वे ही लेंगे, लेकिन बीजेपी में इसको लेकर घमासान मचा हुआ है। कमलनाथ को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म बना हुआ है। इसी बीच पहले वरिष्ठ नेता सुमित्रा ताई फिर बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अपने तरीके से बयान देकर इन अटकलों को और हवा दे दी। अब डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कमलनाथ को लेकर कह दिया कि बीजेपी में उनके लिए दरवाजे खुले हैं। इन सब के बीच ये कहना गलत नहीं होगा कि कहीं ये लोकसभा की 29 सीटों के लिए बीजेपी की रणनीति का हिस्सा तो नहीं।
कमलनाथ की बीजेपी में आने की अटकलों को नहीं किया खारिज
इस बीच मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने साफ कहा है कि कमलनाथ बीजेपी में आएंगे या नहीं, इसका निर्णय तो वे ही लेंगे लेकिन हमारे दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले हैं जो देश का विकास और तरक्की चाहता है और इस अभियान का हिस्सा बनना चाहता है। जाहिर है कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के इस बयान ने बीजेपी की रणनीति को बहुत साफ कर दिया है। राजेंद्र शुक्ल ने कमलनाथ के बीजेपी में आने की अटकलों को खारिज नहीं किया बल्कि कह दिया कि बीजेपी के दरवाजे देश का विकास चाहने वाले हर व्यक्ति के लिए खुले हैं और दोनों हाथों से ऐसे लोगों का स्वागत किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी बना रही रणनीतिः डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि बीजेपी मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीट जीतने के लिए विशेष रणनीति तैयार कर रही है। इसे लेकर बीजेपी संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ रविवार को एक बड़ी बैठक भी हुई। राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है। मोदी को तीसरी बार भी प्रधानमंत्री बनाना देश के लिए बहुत जरूरी है और इसके लिए बीजेपी के कार्यकर्ता कोई कोर-कसर नहीं रखेंगे। इस संबंध में योजना बनी है।
अब सबकी निगाहें कमलनाथ पर टिकी
विधानसभा चुनाव के दौरान पानी पी-पीकर कमलनाथ को कोसने वाली बीजेपी इस समय उनके भाजपा में आने को लेकर पॉजीटिव संकेत दे रही है। अब ऐसे में कमलनाथ क्या निर्णय लेते हैं, वह देखना दिलचस्प होगा। आपको बता दें कि बीते रोज विधानसभा परिसर में सीएम मोहन यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय सहित बीजेपी के टॉप लीडर्स ने मुलाकात की। इस मुलाकात का फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसके बाद कमलनाथ दिल्ली भी रवाना हुए थे।
कमलनाथ ने की एमपी छोड़ने की तैयारी, इसलिए बुलाई डिनर पार्टी
डिनर पार्टी के क्या संकेत
कमलनाथ ने 13 फरवरी को अपने निवास पर डिनर पार्टी का आयोजन किया है। इस डिनर पार्टी में खासतौर पर विधायकों को बुलाया गया है। सूत्रों की मानें तो कमलनाथ अब राज्यसभा जाना चाहते हैं। मध्यप्रदेश से उनका मोहभंग हो गया है। यही कारण है कि उन्होंने विधायकों को अपने यहां डिनर पर बुलाया है। प्रदेश में राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं। विधायकों की संख्या के हिसाब से एक सीट कांग्रेस को मिलेगी। ये सीट राजमणि पटेल का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हो रही है। कमलनाथ इस सीट पर उम्मीदवार बनकर राज्यसभा जाना चाहते हैं। विधायकों की सहमति और समर्थन हासिल करने के लिए ही इस डिनर पार्टी का आयोजन किया गया है।
सोनिया से की मुलाकात
हाल ही में दिल्ली में कमलनाथ की कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात हुई। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में कमलनाथ ने सोनिया गांधी से राज्यसभा जाने के संबंध में बातचीत की। उन्होंने छिंदवाड़ा से नकुलनाथ की उम्मीदवारी और राज्यसभा से खुद के जाने की इच्छा जताई।
कैलाश विजयवर्गीय बोले- कमलनाथ जैसे नेताओं के लिए MP BJP के दरवाजे बंद
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ये कहा
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से जब कमलनाथ को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी जैसे नेताओं के लिए भारतीय जनता पार्टी के दरवाजे मध्यप्रदेश में तो बंद हैं। दिल्ली अगर कोई विचार करे तो कुछ कह नहीं सकते, मध्यप्रदेश में हमने निर्णय लिया है कि हम उनको भारतीय जनता पार्टी में नहीं लेंगे।
पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कमलनाथ को दिया बीजेपी में आने का न्योता
सुमित्रा महाजन ने दिया था न्योता
पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शनिवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि कमलनाथ का यदि विकास में विश्वास है तो राम का आशीर्वाद लेकर आएं और काम करें। काम के लिए आ जाएं, जो काम के लिए आना चाहता है वो आ जाएं। जिन्हें भी लगता है कि हम भला करने वाले के साथ हो जाएं, देश को विकास की राह पर ले जाने वाले के साथ हो जाएं। ऐसी सद्बुद्धि किसी को आती है तो क्या बुराई है। जिन्हें लग रहा है कि अच्छा काम करने वाले हैं, विकास में विश्वास रखते हैं तो साथ में आ जाएं। सभी को मिलकर विकास के लिए काम करना है।