/sootr/media/media_files/2025/11/22/relationship-tips-2025-11-22-12-47-49.jpg)
Rules of lifestyle: पिछले कुछ सालों में गैजेट्स हम सभी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। हम हर छोटी-बड़ी चीज के लिए अपने स्मार्टफोन पर निर्भर रहने लगे हैं। ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि इसका आपके रिलेशनशिप्स पर क्या असर हो रहा है?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सेल्फी और बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम हमारे रिश्तों की जड़ है। यानी इमोशनल इंटीमेसी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इमोशनल इंटीमेसी का मतलब है जब आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे के साथ दिल से जुड़े होते हैं। आप बिना कुछ कहे भी एक-दूसरे की फीलिंग्स को समझते हैं। डिजिटल दुनिया की चकाचौंध ने इस कनेक्शन को कमजोर कर दिया है।
ये खबर भी पढ़ें...
Relationship Tips: खुशहाल रिश्ते के लिए पार्टनर में ये 5 खूबियां हैं गेम चेंजर, जानें
/sootr/media/post_attachments/assets/images/2021/08/29/husband-wife-mobile-use_1630235816-328816.jpeg)
सेल्फी का क्रेज और खुद को ज्यादा महत्व देना
आजकल हर जगह, हर मोमेंट की सेल्फी लेना एक फैशन बन गया है। हम अपने पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की जगह, परफेक्ट सेल्फी लेने में लगे रहते हैं।
उस मोमेंट को जीने से ज्यादा, उसे सोशल मीडिया पर दिखाने की जल्दी होती है। जब पार्टनर एक-दूसरे के बजाय कैमरे या फोन की तरफ देखते हैं, तो इससे उनका जुड़ाव टूटता है।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये व्यवहार सिर्फ बाहरी दिखावे को बढ़ावा देता है। इससे रिश्ते में जेन्युइन कनेक्शन की कमी आ जाती है। सेल्फी के कारण लोग सिर्फ खुद पर फोकस करने लगते हैं, जो रिश्ते के लिए अच्छा नहीं है।
फुब्बिंग रिश्ते में डिजिटल दूरी
फुब्बिंग (Phubbing) का मतलब है फोन के कारण पार्टनर को इग्नोर करना। यानी, जब आपका पार्टनर आपसे बात कर रहा हो और आप अपना सिर नीचे करके फोन देखते रहें। ये सबसे बड़ी रिलेशनशिप किलर में से एक बन गया है।
रात को बेड पर जाने से पहले या डिनर के समय भी, कपल्स एक-दूसरे की आंखों में देखने के बजाय स्क्रीन देखते रहते हैं। ये लगातार इग्नोरेंस पार्टनर को हर्ट करती है।
इससे उन्हें महसूस होता है कि फोन आपसे ज्यादा जरूरी है। धीरे-धीरे, बातचीत कम हो जाती है। उनके बीच डिजिटल दूरी बढ़ने लगती है।
ये खबर भी पढ़ें...
Relationship Tips: शादी के बाद हॉलिडे क्यों है असरदार मैरिज थेरेपी, यहां से लें इजी टिप्स
/sootr/media/post_attachments/4218696/67789/i/450/depositphotos_677896048-stock-photo-loving-indian-couple-sitting-sofa-471723.jpg)
क्यों जरूरी है क्वालिटी टाइम
इमोशनल इंटीमेसी (healthy lifestyle) को बनाए रखने के लिए क्वालिटी टाइम बहुत जरूरी है। जब आप गैजेट्स को दूर रखकर एक-दूसरे के साथ होते हैं, तब आप दिल की बातें शेयर करते हैं।
आप एक-दूसरे के नॉन-वर्बल क्यूज को समझते हैं। ऐसे में अगर हर मोमेंट फोन से डिस्टर्ब होता रहे, तो गहरी बातचीत नहीं हो पाती। पार्टनर एक-दूसरे को सिर्फ फिजिकल फॉर्म से मौजूद मानते हैं, न कि भावनात्मक रूप से।
ये इमोशनल गैप समय के साथ बढ़ता जाता है। रिश्ता कमजोर हो जाता है। हमें समझना होगा कि फोन हमें दुनिया से जोड़ता है, लेकिन अपनों से दूर करता जा रहा है।
![]()
क्या किया जा सकता है
एक्सपर्ट्स (change in lifestyle) मानते हैं कि रिश्ते में इस डिजिटल बीमारी से लड़ने के लिए कुछ रूल्स बनाने जरूरी हैं। जैसे
डिनर और बेडरूम को नो-फोन जोन बना देना चाहिए।
पार्टनर के साथ बातचीत करते समय फोन को पूरी तरह से दूर रखना चाहिए।
रोज कुछ समय सिर्फ एक-दूसरे के लिए निकालने की आदत डालनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पूरी तरह से सही या सटीक होने का हम कोई दावा नहीं करते हैं। ज्यादा और सही डिटेल्स के लिए, हमेशा उस फील्ड के एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
ये खबर भी पढ़ें...
Relationship Tips: रिश्तों में चिड़चिड़ाहट को कैसे कहें अलविदा, ये 5 सीक्रेट टिप्स करेंगे आपकी मदद
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us