संजय गुप्ता, INDORE. मप्र विधासनभा चुनाव की वोटिंग के बाद सभी की नजरें अब तीन दिसंबर को होने वाली काउंटिंग के लिए है। इसमें भी किसका रिजल्ट कितनी देर में आ जाएगा। काउंटिंग के दिन अटेर, इंदौर विधानसभा पांच, सतना, नरेला जैसी विधानसभाओं के लोगों को रिजल्ट जानने के लिए इंतजार करना पड़ेगा तो वहीं सेंधवा, पानसेमल, गंधवानी, कसरावद, धरमपुरी, अनूपपुर, निवास सोहागपुर, कुरवाई जैसी विधानसभाओं के फाइनल रिजल्ट कुछ ही घंटों में आ जाएंगे।
रिजल्ट में देरी या जल्दी दो कारण से
मप्र के चुनाव सीईओ अनुपम राजन ने इंदौर दौरे में बताया कि रिजल्ट जल्द देने की कोशिश की जा रही है और तैयारी इसी हिसाब से है। प्रत्याशी की संख्या और पोलिंग बूथ की संख्या पर रिजल्ट निर्भर करता है, जैसे अटेर में 38 प्रत्याशी है, इसलिए यहां अधिक समय लगेगा।
वोटिंग प्रतिशत से कोई फर्क नहीं पड़ता
- दरअसल बैलेटिंग यूनिट जिसे सामान्य भाषा में लोग ईवीएम कहते हैं, इसमें बटन दबाकर वोट होता है। इसके बाद यह वोट ईवीएम की दूसरी यूनिट कंट्रोल यूनिट की मेमोरी में रिकॉर्ड हो जाता है। मतगणना के समय इसी कंट्रोल यूनिट को मतगणना टेबल पर लाया जाता है।
- आयोग के तय नियमानुसार हर राउंड में 14 टेबल पर 14 कंट्रोल यूनिट लाई जाती है।
- एक साथ 14 कंट्रोल यूनिट लाने को एक राउंड कहते हैं। जहां जितने पोलिंग बूथ होते हैं, उसे 14 से डिवाइड करने पर जो संख्या आती है, उतने राउंड मतगणना होती है, जैसे इंदौर 5 में 364 पोलिंग बूथ है, इन्हें 14 से डिवाइड करेंगे तो 26 राउंड में मतगणना होगी।
- कंट्रोल यूनिट में जितने प्रत्याशी होते हैं, उतनी बार बटन दबाना होता है, जिससे हर प्रत्याशी के उस पोलिंग बूथ में गिरे वोट आते हैं और साथ ही एक बार नोटा के वोट आते हैं। यानि जहां प्रत्याशी कम होंगे जैसे सेंधवा में तीन ही प्रत्याशी है तो वहां केवल चार बार बटन (तीन प्रत्याशी व एक नोटा) का ही दबाकर उस कंट्रोल यूनिट की मतगणना खत्म हो जाएगी। लेकिन जहां अधिक है जैसे अटेर में 38 है को मतगणना कर्मचारी को 39 बार बटन दबाना होगा। ऐसा हर कंट्रोल यूनिट में करना होगा। इसमें समय लगेगा। यदि राउंड ज्यादा हुए तो और समय लगेगा।
- इस पूरी गणना में इससे कोई मतलब नहीं होता कि वोट प्रतिशत ज्यादा है या कम, कंट्रोल यूनिट तो पोलिंग बूथ के हिसाब से होगी और बटन प्रत्याशी की संख्या के लिहाज से दबाना ही होगी।
इन विधानसभों के रिजल्ट में होगी देरी
अटेर विधानसभा में 38 प्रत्याशी है और मतगणना भी करीब 22 राउंड की है, इसी तरह भिंड में 21, ग्वालियर में 19, ग्वालियर ग्रामीण में 20, दमोह में 19, सतना में 28 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां राउंड भी औसतन 20 से 23 है। इनके चलते इन विधानसभाओं के रिजल्ट में देरी होगी।
इन विधानसभाओं के रिजल्ट आएंगे जल्द
उधर अनूपपुर में केवल 5 प्रत्याशी, निवास में 5, सोहागपुर में 6, कुरवई में 4, खिलचीपुर व सारंगपुर, पंधाना में 5-5, कसरावद में केवल चार, सेंधवा में सबसे कम केवल 3, पानसेमल में 4, गंधावनी में भी 4, धरमपुरी में 5, तारना में भी 5 प्रत्याशी है। इन विधानसभाओं में औसत राउंड 20 के करीब ही है, लेकिन कम प्रत्याशी के चलते यहां रिजल्ट जल्द आएंगे।
मतगणना में कैसे और कितना टाइम लगता है
सामान्य तौर पर पहले राउंड और दूसरे राउंड में 35-40 मिनट लगते हैं, सिस्टम को समझने और ढलने में। इसके बाद हर राउंड औसतन 15 मिनट में पूरा हो जाता है। यानि यदि कहीं पर 20 राउंड है तो पहले दो राउंड में औसतन सवा घंटे लगेगा और इसके बाद हर घंटे में चार राउंड मतगणना हो जाएगी। यानि कि 20 राउंड की मतगणना औसतन 6-7 घंटे में हो जाएगी। मतगणना पोस्टल बैलेट की सुबह आठ बजे होती है और ईवीएम की 8.30 बजे सुबह से होती है। यानि प्रदेश में दोपहर दो से तीन बजे तक अधिकांश विधानसभाओं के परिणाम घोषित हो चुके होंगे।
इंदौर में विधानसभा वार इतने राउंड में होगी गिनती, रिजल्ट में संभावित समय
- इंदौर एक- 23 राउंड, दोपहर तीन से साढ़े तीन बजे तक
- इंदौर दो- 22 राउंड, दोपहर तीन बजे करीब
- इंदौर तीन- 14 राउंड, दोपहर 1 बजे तक
- इंदौर चार- 15 राउंड, दोपहर एक से डेढ़ बजे तक
- इंदौर पांच- 26 राउंड, शाम पांच बजे तक
- देपालपुर- 20 राउंड, दोपहर तीन बजे तक
- महू- 20 राउंड़, दोपहर तीन बजे तक
- राऊ- 23 राउंड, दोपहर तीन से साढ़े तीन बजे तक
- सांवेर- 23 राउंड, दोपहर तीन से साढ़े तीन बजे तक
(मतगणना खत्म होने के बाद रेंडम आधार पर उस विधानसभा की पांच वीवीपेट को खोलकर वोटिंग को क्रास चेक भी किया जाता है)