Chhattisgarh Teachers On Strike : छत्तीसगढ़ में लगभग 1 लाख 80 हजार शिक्षक आज एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। इसके लिए उन्होंने सामूहिक अवकाश लिया है। इस हड़ताल का उद्देश्य वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति, पेंशन और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करना है। शिक्षक जिला मुख्यालय में एकत्र होकर अपनी आवाज उठाएंगे, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
मोदी की गारंटी को लागू करने की मांग कर रहे शिक्षक
इस प्रदर्शन का आयोजन "शिक्षक संघर्ष मोर्चा" के बैनर तले किया जा रहा है। मोर्चा के प्रदेश संयोजक वीरेंद्र दुबे ने बताया कि शिक्षक पहले भी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए वादों को लागू करने की मांग की है। हाल ही में नवा रायपुर में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने सत्याग्रह पदयात्रा आयोजित की, जिसमें उन्होंने मोदी की गारंटी को लागू करने की अपील की। शिक्षकों का कहना है कि पदोन्नति न होने के कारण कई शिक्षकों ने 20 से 24 साल एक ही पद पर बिताए हैं, जिससे उनका मनोबल टूट रहा है।
5 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया सब इंजीनियर, मांगे थे साढ़े 15 लाख
BJP युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष कपिल गोयल पर अब धमकाने का भी हुआ केस दर्ज
"काम बंद, कलम बंद" हड़ताल
प्रदेश के शिक्षक आज लाखों की संख्या में "काम बंद, कलम बंद" हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल में प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आंदोलन का हिस्सा बनकर अपनी मांगों का समर्थन करेंगे। रायपुर सहित राज्यभर के शिक्षक, केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित देय तारीख से 4% महंगाई भत्ता (DA) और लंबित एरियर्स की मांग कर रहे हैं।
इस हड़ताल से न केवल शिक्षकों की स्थिति पर असर पड़ेगा, बल्कि इससे छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित होगी। शिक्षकों की यह एकजुटता उनकी मांगों के प्रति गंभीरता को दर्शाती है, और इससे शिक्षा प्रणाली पर संभावित नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
DA Hike :50% कर दिया महंगाई भत्ता, फिर भी कर्मचारी नाराज, करेंगे हड़ताल
सरकारी शिक्षकों की विधवाओं-आश्रित परिजनों को अनुकंपा नौकरी मिलेगी