गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ पुलिस के 22 अधिकारियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसकी घोषणा भारत सरकार ने की है। गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, छत्तीसगढ़ से इंस्पेक्टर महेश राम साहू को राष्ट्रपति पदक से नवाजा जाएगा। इसके अलावा बेहतर कार्य के लिए 21 अधिकारियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।
कवर्धा के डीएसपी अंजू कुमारी और थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक लालजी सिन्हा को उनके साहस, उत्कृष्ट नेतृत्व और नक्सल उन्मूलन अभियान में उनके असाधारण योगदान के लिए देश के सर्वोच्च पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। अंजू कुमारी ने नक्सल मोर्चे पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए देश की पुलिस सेवा में एक नई मिसाल कायम पेश की है।
वे नक्सल मोर्चे पर शामिल होने वाली पहली महिला राजपत्रित अधिकारी हैं, जिन्हें वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। उनकी यह उपलब्धि न केवल महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि पुलिस सेवा में महिलाओं की शक्ति और साहस को भी उजागर करती है।
नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ में डीएसपी अंजू का बेहतर प्रदर्शन
डीएसपी अंजू ने विशेष तैनाती के दौरान दंतेवाड़ा जिले के थाना अरनपुर के ग्राम नहाड़ी में नक्सलियों के खिलाफ एक निर्णायक मुठभेड़ में बेहतरीन नेतृत्व का प्रदर्शन किया। इस अभियान में उनकी टीम ने दो कुख्यात महिला नक्सलियों को मार गिराया और बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री और अन्य नक्सली उपकरण बरामद किए। यह सफलता इस क्षेत्र में शांति की स्थापना में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
गणतंत्र दिवस 2025 पर छत्तीसगढ़ पुलिस के कितने अधिकारियों को पदक से सम्मानित किया जाएगा?
गणतंत्र दिवस 2025 पर छत्तीसगढ़ पुलिस के 22 अधिकारियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।
डीएसपी अंजू कुमारी को किस क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है?
डीएसपी अंजू कुमारी को नक्सल उन्मूलन अभियान में उनके असाधारण साहस, उत्कृष्ट नेतृत्व और नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक मुठभेड़ में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।