छत्तीसगढ़ की राजधानी के नया रायपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक और सख्त कार्रवाई करते हुए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त कार्यालय के बाबू चवाराम बंजारे को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई रिटायर्ड लैब टेक्नीशियन तुकाराम लहरे की शिकायत पर की गई, जिन्होंने आरोप लगाया था कि उनके लंबित वित्तीय लाभ, जैसे सामान्य भविष्य निधि (GPF), को मंजूर करने के लिए बंजारे ने रिश्वत की मांग की थी।
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सुनियोजित जाल बिछाया
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ACB ने शिकायत की पुष्टि के बाद सोमवार को एक सुनियोजित जाल बिछाया। तुकाराम को रिश्वत की रकम के साथ कार्यालय बुलाया गया था। जैसे ही चवाराम ने चिह्नित नोटों में 50,000 रुपये स्वीकार किए, ACB की टीम ने उसे मौके पर धर दबोचा। रिश्वत की रकम को गवाहों की मौजूदगी में जब्त किया गया।
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शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई
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आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 (संशोधित 2018) के तहत मामला दर्ज कर हिरासत में लिया गया है। ACB अब यह जांच कर रही है कि क्या चवाराम पहले भी ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहा है। रायपुर ACB के एसपी पंकज चंद्रा ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम निरंतर जारी रहेगी और ऐसी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
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