Mahashivaratri 2025 : महाशिवरात्रि पर भिलाई में 26 फरवरी की शाम से लेकर रात तक आयोजन होंगे। इस दिन मध्य भारत की सबसे बड़ी भोले बाबा की बारात निकलेगी। बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह ने बताया कि आयोजन को लेकर लोगों में भारी उत्साह और उमंग है। समिति की महिलाएं कार्ड बांटने के लिए डोर-टू-डोर पहुंच रही हैं।
बाबा की बारात के लिए वर पक्ष से बारात प्रस्थान सुबह 11.30 इंदिरा नगर हथखोज से होगी, जिसके बाद पाणिग्रहण संस्कार रात्रि में शुभ लग्न में होगा। वधु पक्ष की ओर से दुर्गा मैदान जोन-2 खुर्सीपार में बाबा की बारात का स्वागत रात 8.30 बजे होगा।
इस अवसर पर भक्तों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी की गई है। इससे पहले 23 फरवरी को संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम जोन-2 दुर्गा मैदान में शाम 7 बजे से होगा। समिति के अध्यक्ष दया सिंह ने बताया कि दुर्ग-भिलाई पूरे जिले सहित प्रदेश के जनप्रतिनिधियों को निमंत्रण दिया जा चुका है।
• आंधप्रदेशः श्रीकाकुलम नवदुर्गा अधोरत लोकनृत्य के कलाकारों की प्रस्तुति
• श्री महादेव आर्ट ग्रुप हरियाणा, अघोर श्मशान महाकाल प्रस्तुति।
• केरल प्रदेश-हनुमान भगवान का विशाल रूप, हंस पक्षी नृत्य डांस, शिव भगवान बूढ़ा नृत्य।
• छत्तीसगढ़-भजन सम्राट दूकालु यादव की संगीतमय प्रस्तुति।
• जबलपुर द्वारा 11 झांकियां भोले बाबा के दूल्हे के रूप में दर्शन, समुद्र मंथन करते हुए देव दानव।
• बस्तर का कोया नृत्य की 40 लोगों के टीम की प्रस्तुति।
• राजनांदगांव के कलाकारों की विषपान करते हुए नीलकंठ स्वरुप झांकी।
• कृष्ण नरकासुर वध 35 फीट की झांकी पाताल लोक में नाग लोक का दृश्य, नरसिंग अवतार की झांकियां, राम दरबार कृष्णलीला, गणेशजी ठारा शुभलाभ का जन्मदिवस मनाते हुए दृश्य।
महाशिवरात्रि 2025 के अवसर पर भिलाई में सबसे प्रमुख आयोजन क्या है?
भिलाई में महाशिवरात्रि 2025 के अवसर पर मध्य भारत की सबसे बड़ी भोले बाबा की बारात निकलेगी। यह बारात 26 फरवरी को सुबह 11:30 बजे इंदिरा नगर हथखोज से प्रस्थान करेगी और रात 8:30 बजे दुर्गा मैदान जोन-2 खुर्सीपार में वधु पक्ष द्वारा स्वागत किया जाएगा।
बारात में कौन-कौन सी प्रमुख झांकियां देखने को मिलेंगी?
बारात में विभिन्न राज्यों की आकर्षक झांकियां शामिल होंगी, जिनमें श्रीकाकुलम (आंध्रप्रदेश) का नवदुर्गा लोकनृत्य, हरियाणा का अघोर श्मशान महाकाल, केरल का हनुमान भगवान का विशाल रूप और हंस पक्षी नृत्य, जबलपुर की समुद्र मंथन झांकी, बस्तर का कोया नृत्य, तथा कृष्ण नरकासुर वध की 35 फीट ऊंची झांकी प्रमुख हैं।
महाशिवरात्रि के इस आयोजन में भक्तों के लिए क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी?
इस आयोजन में भक्तों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, 23 फरवरी को संगीत संध्या का भी आयोजन होगा, जिसमें भजन सम्राट दूकालु यादव अपनी संगीतमय प्रस्तुति देंगे।