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Bilaspur. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तखतपुर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज के एक विवादित बयान ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। महाराज ने सतनामी समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सतनामी समाज भड़क उठा और थाने का घेराव कर दिया। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने कथावाचक के खिलाफ FIR दर्ज की है। वहीं, कथावाचक ने अब वीडियो जारी कर खेद जताया है।
क्या बोले आशुतोष चैतन्य महाराज?
वायरल वीडियो में आशुतोष चैतन्य कहते नजर आ रहे हैं — “छत्तीसगढ़ के तखतपुर में कितनी गायें कट रही हैं, आपको पता है? जो पहले सनातनी थे, वो आज सतनामी हो गए। उन मूर्खों को यह समझ नहीं आता कि सतनामी का मतलब क्या होता है। सत नाम केवल राम का है, और वे सतनामी होकर गायों को काट रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “यह सब आप सबके नाक के नीचे हो रहा है और आपको फर्क नहीं पड़ता। आप लोग अपने बच्चों को सही परवरिश नहीं दे पा रहे हैं।”
इस बयान को लेकर सतनामी समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया आने लगी।
तखतपुर थाने का घेराव, गिरफ्तारी की मांग
बुधवार को बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग तखतपुर थाने पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। समाज के प्रतिनिधियों का कहना था — “व्यासपीठ से की गई ऐसी टिप्पणी न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है, बल्कि समाज को बांटने का प्रयास भी है।”
उन्होंने कथावाचक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, बढ़ते तनाव को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किया गया और समाज के नेताओं से बातचीत के बाद स्थिति को शांत किया गया।
FIR दर्ज — पुलिस ने की कार्रवाई
तखतपुर पुलिस ने आशुतोष चैतन्य महाराज के खिलाफ धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि - “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जा रही है। किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।”
कथावाचक ने मांगी माफी
विवाद बढ़ने के बाद कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज ने वीडियो जारी कर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि — “मेरा उद्देश्य किसी समाज या व्यक्ति की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। यदि मेरे शब्दों से किसी को दुख हुआ है, तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं।” हालांकि समाज के कई प्रतिनिधियों ने इसे “राजनीतिक दबाव में की गई माफी” बताया और गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
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कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा कड़ी
तखतपुर के टिकरीपारा स्थित कथा स्थल पर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पंडाल और आसपास के क्षेत्रों में पुलिसकर्मी गश्त कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, “विवाद के बाद से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हम सतर्क हैं। किसी भी प्रकार की भड़काऊ गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”
समाज की प्रतिक्रिया
सतनामी समाज के लोगों ने कहा कि — “व्यासपीठ से किसी समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है। हम शांति बनाए रखेंगे, लेकिन न्याय अवश्य चाहते हैं।” कई सामाजिक संगठनों ने भी कथावाचक के बयान की निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक मंचों से समाज में विभाजन फैलाने वाले बयानों पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है।
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