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Bilaspur NDPS Act Case: बिलासपुर पुलिस ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। युवाओं को नशे की लत में धकेलने और अवैध नशे के कारोबार से अर्जित संपत्तियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। SSP रजनेश सिंह के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत एक और प्रमुख कार्यवाही की है। पुलिस ने अजय चक्रवर्ती नामक आरोपी के द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू की, और यह मामला अब मुंबई SAFEMA कोर्ट में भेजा गया है।
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आरोपी अजय चक्रवर्ती के खिलाफ कार्रवाई
आरोपी अजय चक्रवर्ती पर बिलासपुर और जबलपुर जिले में कई गंभीर NDPS Act के मामले दर्ज हैं। आरोप है कि अजय चक्रवर्ती ने नशे के अवैध कारोबार से अर्जित धनराशि को वैध दिखाने के लिए अपनी पत्नी और एक परिचित महिला के नाम पर भूमि खरीदी और मकान निर्माण कराया। पुलिस ने इन संपत्तियों को चिन्हित कर फ्रीज किया है, और इसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 1.20 करोड़ रूपए है। यह संपत्तियां आवासपारा सिरगिट्टी और टिकरापारा क्षेत्रों में स्थित हैं।
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फ्रीज की गई संपत्तियों की जानकारी
बिलासपुर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से न केवल आरोपी की अवैध संपत्तियों को निशाना बनाया गया, बल्कि नशे के कारोबार से जुड़ी पूरी वित्तीय कड़ी का पर्दाफाश भी हुआ है। पुलिस ने संपत्तियों के फ्रीज होने के बाद उन्हें SAFEMA न्यायालय को भेज दिया है, जिससे आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके।
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वर्ष 2021 से प्रारंभ हुई यह जांच
यह कार्रवाई दरअसल वर्ष 2021 में दर्ज एक एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण की वित्तीय जांच से शुरू हुई थी, जिसे एसएसपी रजनेश सिंह ने पुनः प्रारंभ किया। उनकी दिशा-निर्देशों पर गहन जांच की गई और आरोपी अजय चक्रवर्ती द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ।
नगद पुरस्कार की घोषणा
इस मामले में सिरगिट्टी थाना के प्रधान आरक्षक प्रभाकर सिंह ने अपनी गहन जांच से अवैध संपत्तियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उनके इस योगदान को देखते हुए एसएसपी रजनेश सिंह ने उन्हें नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है, जो पुलिस महकमे में एक बड़ी सराहना है।
अब तक 7 करोड़ रूपए की संपत्तियों का फ्रीज
बिलासपुर जिले में अब तक कुल 6 प्रकरणों में 17 व्यक्तियों की अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर फ्रीज किया जा चुका है, जिनकी कुल अनुमानित कीमत करीब 7 करोड़ रूपए है। यह कार्रवाई नशे के कारोबारियों के खिलाफ पुलिस की लगातार बढ़ती कार्रवाई को दर्शाती है और इसे नशे की लत से मुक्ति की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बिलासपुर पुलिस ने नशे के कारोबारियों की संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए न केवल अवैध संपत्तियों को फ्रीज किया, बल्कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ अपनी मजबूत मुहिम को और तेज कर दिया है। नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए पुलिस द्वारा की जा रही इन कार्यवाहियों से समाज में एक सकारात्मक संदेश जा रहा है और पुलिस का मनोबल भी बढ़ रहा है।