अमरजीत भगत से छीना माइक... वोट चोर-गद्दी छोड़ सभा में कांग्रेस नेताओं के बीच दिखी गुटबाजी

बिलासपुर में कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ सभा आयोजित की, जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। मंच पर नेताओं के बीच कटाक्ष और गुटबाजी ने पार्टी की अंदरूनी अस्थिरता को उजागर किया।

author-image
Harrison Masih
New Update
bilaspur-votechor-gaddi-chhod-meeting-congress-leaders-conflict the sootr
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ अभियान की बड़ी सभा आयोजित की। इस आयोजन का उद्देश्य केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधना और जनता को जागरूक करना था। हालांकि, सभा के मंच पर नेताओं के बीच अंदरूनी मतभेद और गुटबाजी भी पूरी तरह सामने आई।

ये खबर भी पढ़ें... कांग्रेस के कुनबे में कलह को दूर करने छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे सचिन पायलट, वोट चोर की रैली में होंगे सभी दिग्गज

सभा का उद्देश्य

कांग्रेस पूरे देश में राष्ट्रव्यापी वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान चला रही है। बिलासपुर की सभा में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य केंद्र की मोदी सरकार और चुनाव आयोग को टारगेट करना और जनता में सरकार के खिलाफ माहौल बनाना था। सभा में पार्टी की एकजुटता प्रदर्शित करने के साथ संभाग और जिला स्तर के कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया।

मंच पर नेताओं के बीच अंतर्कलह

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव पर कटाक्ष किया और कहा कि “अब मत बोलो कि हमारी सरकार ने काम नहीं किया इसलिए हार गए। प्रदेश में वोट चोरी के कारण कांग्रेस की सरकार नहीं बनी।”

पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत को निशाना बनाते हुए कहा कि “हमारे कार्यकर्ता किसी नेता के चमचे नहीं हैं। हमें अपने लोगों की आलोचना नहीं करनी चाहिए।”

सभा के दौरान सचिन पायलट के आने पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत का माइक छीन लिया गया।

ये खबर भी पढ़ें... वोट चोरी विवाद पर विजय शर्मा का पलटवार, बोले-कांग्रेस ने वोट घोटाले का नया तरीका इजाद किया

अमरजीत भगत से छीना माइक

सभा में मंच संचालन कर रहे सुबोध हरितवाल ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत को अपनी बात खत्म करने के लिए इशारा किया। इसी दौरान प्रदेश सहप्रभारी विजय जांगिड़ ने भगत का माइक छीन लिया, जिससे विवाद बढ़ गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसे सार्वजनिक अपमान माना गया।

महंत और ‘चमचे’ वाला बयान

3 सितंबर को रायपुर में हुई बैठक में महंत ने कहा कि “चमचे किसी को मुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष बनाते हैं। सभी जिलाध्यक्ष और नेता अपने-अपने चमचों को संभालें।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ बातें बाहर जाने का कारण नेताओं के चमचे हैं, न कि पार्टी की गलती।

टीएस सिंहदेव का बयान

महासमुंद दौरे के दौरान टीएस सिंहदेव ने कहा कि कर्मचारियों के नियमितीकरण के वादे पूरे नहीं होने के कारण कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में हार मिली। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पार्टी के अंदर भी कुछ निर्णय पूरी तरह लागू नहीं हुए।

ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ पहुंचा वोट चोरी का मुद्दा, अब दीपक बैज ने किया बम फोड़ने का दावा

सचिन पायलट का बयान

बिलासपुर में कांग्रेस की 'वोट चोर-गद्दी छोड़' जनसभा को प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि जनता वोट चोरों को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वोट चोरी में केवल “दाल में काला” नहीं है, बल्कि पूरी दाल ही काली है। पायलट ने बीजेपी की डबल इंजन सरकार को आलोचना करते हुए कहा कि यह केवल धुआँ फेंक रही है और जनता अब इसकी बर्दाश्त नहीं करेगी।

छत्तीसगढ़ में वोट चोरी विवाद क्या है?

  • वोट चोरी के आरोप
    कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में कुछ इलाकों में वोटों की गिनती या प्रक्रिया में धांधली करके सत्ता हासिल की। यही विवाद “वोट चोर-गद्दी छोड़” अभियान की मुख्य वजह है।

  • जनसभा और विरोध अभियान
    बिलासपुर में कांग्रेस ने इस आरोप के खिलाफ बड़ी जनसभा आयोजित की, जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सभा का उद्देश्य जनता को जागरूक करना और वोट चोरी के आरोपों को उजागर करना था।

  • नेताओं के बयान और कटाक्ष
    मंच पर नेताओं ने खुले तौर पर आरोप लगाए। सचिन पायलट ने कहा कि वोट चोरी में “पूरी दाल ही काली है” और जनता अब इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। अन्य नेताओं ने भी कटाक्ष और अंदरूनी असहमति व्यक्त की।

  • चुनाव आयोग पर आरोप
    कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाए कि उसने बीजेपी के साथ मिलीभगत कर चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता नहीं दिखाई। यह विवाद भाजपा और चुनाव आयोग के खिलाफ माहौल बनाने का एक हिस्सा है।

  • राजनीतिक और सामाजिक असर
    यह विवाद छत्तीसगढ़ की राजनीतिक पार्टियों के बीच अंदरूनी गुटबाजी और जनता के बीच असंतोष को भी बढ़ा रहा है। आगामी चुनावों में इसका असर देखने को मिलेगा और यह सवाल उठता है कि क्या वोट चोरी का आरोप जनता के फैसले को प्रभावित करेगा।

ये खबर भी पढ़ें... जेल पहुंचे सचिन पायलट , शराब घोटाले में बंद MLA कवासी लखमा से मिले

बीजेपी का तंज

बीजेपी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की सभा अब जंग के मैदान जैसी दिख रही है। मंच पर नेताओं का एक-दूसरे पर कटाक्ष करना और गुटबाजी दिखाना पार्टी की अंदरूनी अस्थिरता का संकेत है।

बिलासपुर की यह जनसभा कांग्रेस के वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान का हिस्सा थी। मंच पर नेताओं की अंदरूनी असहमति, माइक विवाद और कटाक्षों के बावजूद पार्टी ने जनता के सामने मोदी सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ अपना विरोध जताया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में यह अभियान कितना असरदार साबित होता है और पार्टी अपनी अंदरूनी गुटबाजी को कितना नियंत्रित कर पाती है।

छत्तीसगढ़ में वोट चोरी वोट चोरी विवाद अमरजीत भगत से छीना माइक अमरजीत भगत वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान सचिन पायलट