Mahtari Vandan Scheme : सरकार महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रुपए महीने दे रही है। इसके लिए सरकार को भारी भरकम बजट खर्च करना पड़ रहा है। इसका असर दूसरी योजनाओं पर पड़ गया है।
सरकार ने महिलाओं को फुल टाइम और पार्ट टाइम जॉब देने के लिए एक योजना शुरू की थी। लेकिन यह योजना अब ठंडे बस्ते में चली गई है। महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए इस योजना के तहत उनको स्किल्ड किया जाता था।
इसके बाद सरकार ही उनको फुल टाइम या पार्ट टाइम रोजगार मुहैया कराती थी। लेकिन अब यह योजना बंद हो गई है जिससे महिलाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
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महीनों से बंद योजना
सेल्फ हेल्प ग्रुप की प्रशिक्षित महिलाओं या उनके परिवार के अन्य सदस्यों को घंटे के हिसाब से रोजगार मुहैया कराने के लिए एक योजना शुरु की थी। यह योजना पिछले कई महीनों से बंद है। इस योजना के लिए बनाया गया कंट्रोल रुम भी बंद हो गया है।
यहां तक कि कंट्रोल को हटा भी दिया गया है। इस कंट्रोल के रुम के जरिए सामुदायिक संगठन या संस्था यहां से किसी के घर या दुकान में कुकिंग, लांड्री, सेलून, हाउस कीपिंग, सुरक्षा गार्ड, केयर टेकर, कंप्यूटर ऑपरेटर या रिपेयरिंग के काम के हिसाब अपनी डिमांड कर सकती थी। उसकी डिमांड के हिसाब से यहां से उनको महिला कर्मचारी उपलब्ध कराई जाती थी।
इसके लिए बाकायदा सैलरी भी निर्धारित की जाती थी जो उस महिला को मिलती थी। इस योजना के जरिए कई महिलाओं को फुल टाइम या पार्ट टाइम जॉब मिला है। लेकिन अब यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई है।
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एक कॉल पर मिलता था रोजगार
इस येाजना के तहत एक कॉल पर महिलाओं को इस तरह का रोजगार मिल जाता था। इसके लिए कॉल सेंटर बनाया गया और वाट्रसएप पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया था। इसमें सरकार ब्रिज का काम करती थी। महिलाओं को ट्रेनिंग देती थी और जरुरत मंद संस्थाओं या कंपनियों को कर्मचारी उपलब्ध कराती थी।
इस वाट्सएप ग्रुप में लोग अपनी जरुरत के हिसाब से कर्मचारी की डिमांड करते थे और सरकार उनको ट्रेंड कर्मचारी उपलब्ध कराती थी। इसके तहत सरकार को एक फीसदी का कमीशन भी मिलता था। यह कमीशन डिमांड करने वाली संस्था से लिया जाता था।
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खास्ता माली हालत का असर
रोजगार से जुड़ी योजनाओं पर सरकार की चुनाव के समय की गई फ्रीबीज की योजनाओं को पूरा करने का बुरा असर पड़ रहा है। एक तरफ सरकार 70 लाख महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन योजना के तहत 700 करोड़ रुपए का फंड खर्च कर रही है तो दूसरी तरफ महिलाओं से जुड़ी रोजगार की योजनाएं बंद हो रही हैं।
महिलाओं को महीने में एक हजार रुपए मिल जाते हैं लेकिन उनको रोजगार नहीं मिल रहा। यह फ्री में पैसा बांटना सरकार को और महिलाओं दोनों को भारी पड़ रहा है। हालांकि सरकारी सूत्र कहते हैं कि यह योजना बंद नहीं हुई है जल्द ही इस पर फिर से महिलाओं को रोजगार मिलने लगेगा।
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