RAIPUR. छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi ) का सिर फोड़ने को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता चरण दास महंत के बयान पर अब मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। कांग्रेस नेता के खिलाफ राजनांदगांव के कोतवाली पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है। दरअसल चरण दास महंत ( Charan Das Mahant ) ने इसी सप्ताह की शुरुआत में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक सार्वजनिक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिर फोड़ने को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। इस खबर को द सूत्र ने सबसे पहले और प्रमुखता के साथ उठाया था । जिसके बाद शुक्रवार को राजनांदगांव के कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी की शिकायत के आधार पर यहां कोतवाली पुलिस स्टेशन में महंत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अधिकारी ने बताया कथित टिप्पणी के लिए उन पर आईपीसी की धारा 506 ( आपराधिक धमकी ) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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क्या था पूरा मामला ऐसे समझें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार में पीएम के सामने लाठी उठाने और सिर फोड़ने की बात कर दी। बात उन्होंने भूपेश की शान में कसीदे पढ़ते हुए कही लेकिन उनकी ये बात चिंगारी की तरह फैल गई। इस चिंगारी से भड़की आग ने सियासी बवाल मचा दिया। बात जब मोदी पर आए तो मोदी का परिवार कहां चुप रहने वाला था। मोदी का परिवार भड़का तो महंत के सुर बदल गए थे। महंत बोले मैंने ऐसा तो नहीं कहा था। बीजेपी ने चुनाव आयोग में महंत की शिकायत की तो कांग्रेस ने गृहमंत्री विजय शर्मा के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर डाली थी।
ये थी चरणदास महंत की सिर फोड़ने वाली स्पीच
कांग्रेस के बड़े नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूर्व सीएम भूपेष बघेल के चुनाव प्रचार में सीधे पीएम मोदी पर निशाना साध लिया। निशाना भी ऐसा कि जिसमें लाठी उठाने और सिर फोड़ने की बात है। कुछ इसी तरह की स्पीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने दी थी। मोदी के खिलाफ की गई इस तरह की बातों ने उनको जेल की हवा खिला दी थी। महंत के इस तरह के बयान से राज्य में सियासी बवाल मच गया था।
बैकफुट आ गए थे चरणदास महंत
बात बढ़ी तो महंत बैकफुट पर आ गए। राजा पटैरिया का मामला वो देख ही चुके थे। महंत के बयान पर बवाल बढ़ता ही जा रहा था। सीएम से लेकर बीजेपी के सभी नेता अपनी चुनावी सभाओं में इसका जिक्र करते रहे। महंत ने देर नहीं की और तत्काल माफी मांग ली थी। वे बोले कि मैं तो छत्तीसगढ़िया हूं, बोलचाल की भाषा में कह दिया और मैंने ऐसा तो कुछ नहीं कहा कि तिल का ताड़ बनाया जाए।
कांग्रेस ने लगाया विजय शर्मा पर आचार संहिता का आरोप
चरणदास की माफी के बाद अब बारी कांग्रेस की थी। महंत के बदले सुर के बाद कांग्रेस फॉर्म में आ गई। एक शिकायत तैयार की और पहुंच गई चुनाव आयोग के दफ्तर। कांग्रेस ने शिकायत की है कि विजय शर्मा ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। बीजेपी नेताओं ने गृह मंत्री के इशारे पर ही महंत के बंगले में घुसने की कोशिश की और दरवाजा तोड़ा।