5 हजार के ईनामी अमित बघेल की मुश्किलें और बढ़ीं, बेंगलुरु में दर्ज हुई एक और एफआईआर
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष के प्रमुख अमित बघेल की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। उनके खिलाफ बेंगलुरु में एक नई एफआईआर दर्ज हुई है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 5,000 रुपये का ईनाम घोषित किया है।
RAIPUR. जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में उनके खिलाफ एक और नई शिकायत दर्ज करवाई गई है। इंद्रानगर स्थित डिफेंस कॉलोनी के निवासी रामकृष्ण पी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत का मुख्य आरोप है कि उन्होंने जाति और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक बयान दिया था। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही बघेल के खिलाफ अब तक पूरे देश में कुल 12 एफआईआर हो चुकी हैं।
शिकायतकर्ता रामकृष्ण पी का कहना है कि बघेल ने उनके समाज का अपमान किया है। उनका यह भी आरोप है कि बघेल ने उनके ईष्ट देवता के लिए भी अपमानजनक टिप्पणी की है। इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी समाज की भावनाओं को आघात पहुंचाने वाली है। शिकायतकर्ता ने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई बहुत जरूरी है।
रायपुर पुलिस की कार्रवाई :
रायपुर पुलिस पहले से ही अमित बघेल की तलाश में है। पुलिस ने उसे फरार बताते हुए 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस का दावा है कि बघेल गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग जगह छिप रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बेंगलुरु के अलावा रायपुर, दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज में अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
नई एफआईआर दर्ज:छत्तीसगढ़ क्रांति सेना अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ बेंगलुरु में एक नई एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला उठाया गया है।
कुल 12 एफआईआर: अब तक बघेल के खिलाफ देशभर में 12 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जिसमें रायपुर, दुर्ग, और अन्य शहर शामिल हैं।
पुलिस कार्रवाई: रायपुर पुलिस ने बघेल की गिरफ्तारी के लिए 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया है और उनका कहना है कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपे हुए हैं।
विवादित बयान: 27 अक्टूबर 2025 को अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज और झूलेलाल के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिससे अग्रवाल और सिंधी समाज में नाराजगी फैल गई।
समाजों का विरोध: अग्रवाल और सिंधी समाज ने बघेल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कई थानों में कानूनी शिकायतें दर्ज कराई हैं।
ये है पूरा मामला :
26 अक्टूबर 2025 को रायपुर में एक युवक ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पुलिस ने अगले दिन आरोपी मनोज सतनामी को गिरफ्तार किया। उसके परिवार के अनुसार वह मानसिक रूप से बीमार है और पहले भी कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहा है। घटना के अगले दिन, 27 अक्टूबर को अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज,भगवान झूलेलाल और अन्य महापुरुषों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके बयान के बाद अग्रवाल और सिंधी समाज में नाराजगी फैल गई। प्रदेश के कई जिलों रायपुर, दुर्ग, धमतरी, रायगढ़, सरगुजा सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई गई।
अग्रवाल समाज और सिंधी समाज के लोगों ने कहा है कि बघेल के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत ने बताया कि समाज ने सर्वसम्मति से कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया। इसी क्रम में सिटी कोतवाली सहित कई थानों में मामले दर्ज कराए गए हैं। वहीं अग्रवाल समाज ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर की और विरोध जताया।
5 हजार के ईनामी अमित बघेल की मुश्किलें और बढ़ीं, बेंगलुरु में दर्ज हुई एक और एफआईआर
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष के प्रमुख अमित बघेल की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। उनके खिलाफ बेंगलुरु में एक नई एफआईआर दर्ज हुई है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 5,000 रुपये का ईनाम घोषित किया है।
Photograph: (the sootr)
RAIPUR. जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में उनके खिलाफ एक और नई शिकायत दर्ज करवाई गई है। इंद्रानगर स्थित डिफेंस कॉलोनी के निवासी रामकृष्ण पी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत का मुख्य आरोप है कि उन्होंने जाति और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक बयान दिया था। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही बघेल के खिलाफ अब तक पूरे देश में कुल 12 एफआईआर हो चुकी हैं।
शिकायतकर्ता रामकृष्ण पी का कहना है कि बघेल ने उनके समाज का अपमान किया है। उनका यह भी आरोप है कि बघेल ने उनके ईष्ट देवता के लिए भी अपमानजनक टिप्पणी की है। इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी समाज की भावनाओं को आघात पहुंचाने वाली है। शिकायतकर्ता ने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई बहुत जरूरी है।
रायपुर पुलिस की कार्रवाई :
रायपुर पुलिस पहले से ही अमित बघेल की तलाश में है। पुलिस ने उसे फरार बताते हुए 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस का दावा है कि बघेल गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग जगह छिप रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बेंगलुरु के अलावा रायपुर, दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज में अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
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अमित बघेल के खिलाफ नई एफआईआर को ऐसे समझें
नई एफआईआर दर्ज:छत्तीसगढ़ क्रांति सेना अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ बेंगलुरु में एक नई एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला उठाया गया है।
कुल 12 एफआईआर: अब तक बघेल के खिलाफ देशभर में 12 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जिसमें रायपुर, दुर्ग, और अन्य शहर शामिल हैं।
पुलिस कार्रवाई: रायपुर पुलिस ने बघेल की गिरफ्तारी के लिए 5,000 रुपये का इनाम घोषित किया है और उनका कहना है कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए छिपे हुए हैं।
विवादित बयान: 27 अक्टूबर 2025 को अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज और झूलेलाल के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिससे अग्रवाल और सिंधी समाज में नाराजगी फैल गई।
समाजों का विरोध: अग्रवाल और सिंधी समाज ने बघेल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कई थानों में कानूनी शिकायतें दर्ज कराई हैं।
ये है पूरा मामला :
26 अक्टूबर 2025 को रायपुर में एक युवक ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पुलिस ने अगले दिन आरोपी मनोज सतनामी को गिरफ्तार किया। उसके परिवार के अनुसार वह मानसिक रूप से बीमार है और पहले भी कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहा है। घटना के अगले दिन, 27 अक्टूबर को अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज,भगवान झूलेलाल और अन्य महापुरुषों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके बयान के बाद अग्रवाल और सिंधी समाज में नाराजगी फैल गई। प्रदेश के कई जिलों रायपुर, दुर्ग, धमतरी, रायगढ़, सरगुजा सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई गई।
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समाजों की प्रतिक्रिया :
अग्रवाल समाज और सिंधी समाज के लोगों ने कहा है कि बघेल के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत ने बताया कि समाज ने सर्वसम्मति से कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया। इसी क्रम में सिटी कोतवाली सहित कई थानों में मामले दर्ज कराए गए हैं। वहीं अग्रवाल समाज ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर की और विरोध जताया।