RAIPUR. छत्तीसगढ़ की रायपुर सीट से नव निर्वाचित सांसद और स्कूल शिक्षा बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हैं। वे कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए और कैबिनेट खत्म होने के बाद सीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इससे पहले बृजमेाहन ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली और कई अहम फैसले भी लिए। बृजमेाहन के पास संसदीय कार्यमंत्री समेत पर्यटन, धर्मस्व और संस्कृति विभाग भी था।
ऐसा माना जा रहा है कि वरिष्ठ मंत्री रामविचार नेताम को संसदीय कार्यमंत्री बनाया जा सकता है। जुलाई में विधानसभा का मानसून सत्र है, इसलिए संसदीय कार्यमंत्री की जिम्मेदारी वरिष्ठ मंत्री को दी जाएगी। बृजमोहन अग्रवाल ने दो दिन पहले विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
इस्तीफे से पहले समीक्षा बैठक
बृजमेाहन अग्रवाल ने इस्तीफे से पहले स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में कई अहम फैसले किए गए। छत्तीसगढ़ में नए शिक्षा सत्र के शुरु होने से पहले हुई इस बैठक में शिक्षकों की भर्ती, वेतन विसंगति, पदोन्नति, नई शालाओं के निर्माण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
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शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में शिक्षा के स्तर को विश्व स्तरीय बनाने के लिए हम लगातार कार्य कर रहे हैं, राज्य में शिक्षकों के 33 हजार रिक्त पदों पर मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से स्वीकृति के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही राज्य में वेतन विसंगति और संयुक्त संचालक, उप संचालक, प्राचार्य, व्याख्याता, उच्च वर्ग शिक्षक, प्रधानपाठक (माध्यमिक शाला) की पदोन्नति के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
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स्कूल और नए भवन निर्माण के दिए निर्देश
बृजमोहन अग्रवाल ने सभी शासकीय और गैर शासकीय स्कूलों में निःशुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराने के लिए पाठ्य पुस्तक निगम को निर्देश देते हुए कहा कि पुस्तकों को जिला स्तर पर उपलब्ध कराया जाए, वहां से सभी स्कूलों में शिक्षा सत्र प्रारंभ होने से पहले ही भेज दिया जाए। उन्होंने प्रदेश के जर्जर होते स्कूलों की बिल्डिंग और नए भवनों के निर्माण के लिए डीएमएफ और सीएसआर मद से कार्य कराने के निर्देश दिए। निर्माण कार्यों के लिए शिक्षा विभाग की अलग से इंजीनियरिंग सेल निर्माण प्रक्रिया को जल्द ही पूर्ण करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिया। साथ ही विश्व स्तरीय शिक्षा मुहैया कराने के लिए सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम और ई-क्लास रूम बनाने के निर्देश दिए। साथ ही राज्य के ज्यादा से ज्यादा स्कूलों का पीएम श्री योजना के तहत अपग्रेडेशन करने के निर्देश दिए हैं।
मंत्रिमंडल में दो पद खाली
बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद कैबिनेट में दो मंत्री पद खाली हो गए हैं। लेकिन फिलहाल सीएम मंत्रिमंडल विस्तार नहीं करने वाले हैं। इसलिए बृजमेाहन के विभागों का प्रभार कैबिनेट में शामिल मंत्रियों को बांट दिया जाएगा। अब साय कैबिनेट में 11 मंत्री हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जब कैबिनेट में कोई वैश्य वर्ग का मंत्री नहीं है। एक समय था जब मंत्रिमंडल में तीन-तीन वैश्य वर्ग से मंत्री होते थे।
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