छत्तीसगढ़ः मानसून सत्र के लिए कांग्रेस का प्लान, बिजली-धान खरीदी के मुद्दे पर सरकार को घेरेंगे

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से 18 जुलाई तक शुरू होने जा रहा है। इस बीच कुल पांच बैठकें होंगी। इस सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार की है

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Sanjeet kumar dhurwey
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Monsoon Session 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से 18 जुलाई तक शुरू होने जा रहा है। इस बीच कुल पांच बैठकें होंगी। इस सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार की है, और विपक्षी नेता चरणदास महंत ने बताया कि वे आक्रामक तरीके से सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।

विधानसभा में कांग्रेस की रणनीति 

विपक्ष के नेता, डॉ. चरणदास महंत ने प्रेस वार्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ मानसून सत्र के दौरान पार्टी प्रमुख मुद्दों को उठाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, "हम पूरी तैयारी के साथ सत्र में शामिल होंगे। इस दौरान जनता से जुड़े मुद्दों को उठाएंगे।" महंत ने यह भी बताया कि बिजली बिलों में बढ़ोतरी, सुरक्षा से जुड़े मसले, आदिवासियों के अधिकार, और फर्जी धान खरीदी के मुद्दे प्रमुख होंगे।

साथ ही, महंत ने यह स्पष्ट किया कि सरकार के खिलाफ उठाए जाने वाले मुद्दों की लंबी सूची है, लेकिन सत्र की अवधि कम होने के कारण कांग्रेस के विधायक हर दिन स्थगन प्रस्ताव लाकर मुद्दों को उठाने की कोशिश करेंगे।

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इन पॉइंट्स में समझें पूरी खबर 

मानसून सत्र की तिथियां: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 से 18 जुलाई तक होगा, जिसमें पांच बैठकें होंगी।

कांग्रेस की रणनीति: कांग्रेस विपक्षी नेता चरणदास महंत ने कहा कि वे सरकार को आक्रामक तरीके से घेरने की तैयारी कर रहे हैं।

कांग्रेस के मुद्दे: कांग्रेस बिजली बिल बढ़ोतरी, आदिवासियों के अधिकार, फर्जी धान खरीदी, किसानों को खाद-बीज की समस्या जैसे मुद्दे उठाएगी।

अर्थव्यवस्था और परियोजनाएं: रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर और भारतमाला परियोजना पर भी सदन में चर्चा हो सकती है।

हंगामे की संभावना: इस सत्र में भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस के तीखे सवालों के चलते हंगामा हो सकता है।

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कौन से मुद्दे उठाएगी कांग्रेस? 

कांग्रेस के पास कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनकी चर्चा मानसून सत्र में हो सकती है। इनमें किसानों को खाद और बीज की समस्या, कानून व्यवस्था की स्थिति, शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण, पेड़ की कटाई, अवैध रेत उत्खनन। इसके अलावा परिवहन, शराब की अवैध बिक्री, और CGMSC दवा खरीदी जैसे मुद्दे शामिल हैं। इसी के साथ ही रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर और भारतमाला परियोजना पर भी सदन में गर्मागर्मी हो सकती है।

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मानसून सत्र में जमकर हंगामे के आसार 

इस बार छत्तीसगढ़ में विधानसभा सत्र में जमकर हंगामा होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ विपक्षी कांग्रेस के पास सवालों की कमी नहीं है। राज्य सरकार के करीब डेढ़ साल पूरे होने के बाद, कांग्रेस पार्टी उन गड़बड़ियों पर सवाल उठाने की तैयारी में है, जो भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई हैं।

FAQसामान्य

कांग्रेस मानसून सत्र में किस मुद्दे को सबसे ज्यादा उठाएगी?
कांग्रेस ने बिजली बिलों में बढ़ोतरी, आदिवासियों के अधिकारों, और फर्जी धान खरीदी के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की योजना बनाई है।
क्या कांग्रेस हर दिन स्थगन प्रस्ताव लाएगी?
जी हां, कांग्रेस ने मानसून सत्र में हर दिन स्थगन प्रस्ताव लाकर सरकार को घेरने की योजना बनाई है, ताकि अधिक से अधिक मुद्दों पर चर्चा हो सके।
किस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास करेगी?
कांग्रेस ने किसानों की खाद और बीज की समस्या, अवैध रेत उत्खनन, और शराब की अवैध बिक्री जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।

 

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