छत्तीसगढ़ पुलिस ने 5 जिलों में दौड़ा दीं किराए की 56 हजार गाड़ियां, 135 करोड़ चुकाया किराया

छत्तीसगढ़ के पांच जिले ऐसे हैं जिनमें इन दो सालों में 56 हजार से ज्यादा किराए की गाड़ियां चली हैं। अकेले इन पांच जिलों में ही 135 करोड़ रुपए किराए के लिए चुकाए गए हैं। किराए की गाड़ियां पुलिस के लिए मुफ्त का चंदन हो गईं हैं। जिसे पुलिस खूब घिस रही है।

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Arun Tiwari
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Chhattisgarh police ran 56 thousand rented vehicles in 5 districts the sootr
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रायपुर : छत्तीसगढ़ पुलिस ने किराए की गाड़ियां दौड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पहली कड़ी में हमने आपको दिखाया कि पूरे छत्तीसगढ़ में दो साल में डेढ़ लाख गाड़ियां किराए पर ली गईं जिन पर 300 करोड़ रुपए चुकाए गए। दूसरी कड़ी में द सूत्र आपको बता रहा है उन जिलों के हाल जहां किराए की गाड़ियों का कोई मापदंड ही नहीं था।

पुलिस जब जितनी मर्जी हुई किराए की गाड़ी उठा ली। इनमें पांच जिले ऐसे हैं जिनमें इन दो सालों में 56 हजार से ज्यादा किराए की गाड़ियां चली हैं। अकेले इन पांच जिलों में ही 135 करोड़ रुपए किराए के लिए चुकाए गए हैं। आइए आपको बताते हैं किराए की गाड़ियों के पुलिसिया खेल की दूसरी कड़ी। 

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5 जिलों में 56 हजार किराए के वाहन 

किराए की गाड़ियों से कमाई करने में छत्तीसगढ़ की पुलिस कमाल दिखा रही है। पिछले सवा दो साल में करीब डेढ़ लाख वाहन पुलिस ने किराए से लिए। इनमें पांच जिले ऐसे हैं जहां के साहब लोगों ने बड़ा कारनामा कर दिखाया। इन पांच जिलों में ही 56 हजार वाहनों को किराए पर लिया गया। इन जिलों में राजधानी रायपुर के साथ ही बिलासपुर,राजनांदगांव,दुर्ग और गृहमंत्री का गृहक्षेत्र कवर्धा शामिल है। किराए का खेल  भूपेश सरकार के समय से चल रहा है जो इसी तरह सरकार बदलने पर भी बदस्तूर जारी है। इन पांच जिलों में एक और बात गौर करने वाली है। यहां पर गाड़ियों के किराए का कोई निश्चित मापदंड नहीं रखा गया। जब साहब को जितने की जरुरत हुई अपनी मनमर्जी से किराए पर वाहन ले लिया और सरकार ने उसका किराया चुका दिया। इन जिलों में दुर्ग से कम किराए के वाहन राजनांदगांव,बिलासपुर और कवर्धा में चलाए गए हैं लेकिन इनका किराया दुर्ग से ज्यादा चुकाया गया है।  

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इन पांच जिलों में 56 हजार 453 किराए के वाहन 

रायपुर : 
2023-24 में किराए के वाहन - 11100
2024-25 में किराए के वाहन - 10594
जून 2025 तक किराए के वाहन - 1830
कुल वाहन - 23524

दुर्ग : 
2023-24 में किराए के वाहन - 6019
2024-25 में किराए के वाहन - 3645
जून 2025 तक किराए के वाहन - 600
कुल वाहन - 10224

राजनांदगांव : 
2023-24 में किराए के वाहन - 4987
2024-25 में किराए के वाहन - 3450
जून 2025 तक किराए के वाहन - 652
कुल वाहन - 9089

बिलासपुर : 
2023-24 में किराए के वाहन - 4021
2024-25 में किराए के वाहन - 3217
जून 2025 तक किराए के वाहन - 816
कुल वाहन - 8054

कवर्धा : 
2023-24 में किराए के वाहन - 2069
2024-25 में किराए के वाहन - 2979
जून 2025 तक किराए के वाहन - 474
कुल वाहन - 5522

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इन जिलों में 135 करोड़ किराया चुकाया 

रायपुर - 75 करोड़ 82 लाख रुपए
दुर्ग - 13 करोड़ 80 लाख रुपए
राजनांदगांव - 14 करोड़ 32 लाख रुपए
बिलासपुर - 19 करोड़ 44 लाख रुपए
कवर्धा - 11 करोड़ 78 लाख रुपए
कुल - 135 करोड़ रुपए

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ये है किराए का खेला 

पीएचक्यू के अंदरखाने के सूत्र कहते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में किराए की गाड़ियां चलने का मतलब है कि ये जमीन पर कम और कागजों पर ज्यादा चल रही हैं। पीएचक्यू के सीनियर आईपीएस के मुताबिक गाड़ियां कागजों में चल रही है। क्योंकि, इतनी गाड़ियों की जरूरत नहीं होती। इनमें से आधी गाड़ियां खुद पुलिस अधिकारियों की है, जो अपने परिजनों और रिश्तेदारों या फिर टैक्सी वालों के जरिये चलवा रहे हैं। कई बार बिल बनाने में खेल कर दिया जाता है। दरअसल किराए की गाड़ियां पुलिस की कमाई का बड़ा जरिया हैं। 

 

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