RAIPUR. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीते बुधवार यानी 14 फरवरी को एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद पूरे मंत्रिमंडल के साथ वो अयोध्या जाएंगे और प्रभु श्रीराम के दर्शन कर छत्तीसगढ़ की खुशहाली की कामना करेंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 1 मार्च तक है। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के साथ सीएम साय रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे। सीएम विष्णुदेव साय ने बुधवार को ही रायपुर रेलवे स्टेशन से श्रीराम लला तीर्थ दर्शन योजना की दूसरी ट्रेन रवाना की थी, जिसमें 1344 राम भक्त सवार थे।
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रेलवे की ओर से ये सुविधाएं उपलब्ध
बता दें कि दुर्ग रेलवे स्टेशन से 10 दिन पहले छत्तीसगढ़ से पहली आस्था ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई थी। इस ट्रेन में 20 बोगियां लगाई गई हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 1344 राम भक्त सवार होकर अयोध्या के लिए रवाना हुए थे। रेलवे ने रास्ते में इन भक्तों के लिए तकिया, चादर, कंबल के साथ चाय-नाश्ते और खाने की भी व्यवस्था की गई है। जानकारी के मुताबिक इस योजना का लाभ उठाने के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों को अपनी ग्राम पंचायत या नगर पंचायत में आवेदन करना होगा। आवेदन पत्रों की जांच के बाद, पात्र श्रद्धालुओं को टिकट और यात्रा की सुविधा दी जाएगी। गौरतलब है कि प्रथम चरण में 55 साल से अधिक उम्र के लोगों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी। छत्तीसगढ़ के राम भक्तों के लिए श्री रामलला दर्शन योजना के तहत दूसरी ट्रेन रवाना हो गई है। रायपुर के प्लेटफॉर्म नंबर- 7 से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। इससे पहले 7 फरवरी को पहली ट्रेन दुर्ग से गई थी।
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ये शर्तें लागू
- 18 से 75 आयु वर्ग के लोग जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी।
दिव्यांगजन के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे। - प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को ये सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
- इसके लिए हर जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी। समिति अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करेगी।
- यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के साथ छत्तीसगढ़ मंडल का MoU है।
- IRCTC ही यात्रा के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कॉर्ट की व्यवस्था करेगा।
- हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर करेंगे। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया गया है।
- हर जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी या एक छोटा दल भेजा जाएगा।
- यात्री दुर्ग, रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के जरिए रवाना किए जाएंगे।
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