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70 वार्डों के लिए कांग्रेस में पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के साथ ही घमासान मच गया। 2019 में पार्षद बनने वाले 10 नेताओं के टिकट कांग्रेस ने काट दिए। वार्ड नंबर 23 में बाहरी व 24 में पूर्व पार्षद को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का पुतला जलाया गया। वहीं शाम को बारी-बारी से दो लिस्ट आई। इससे भी हड़कंप मचा।
बिलासपुर से चयन समिति के पदाधिकारी 41 वाडों के ही सिंगल नाम लेकर गए थे, जबकि बाकी वाडों में दो से तीन नाम थे। लेकिन रायपुर में प्रदेश के पदाधिकारियों ने चयन समिति की सूची में काफी करेक्शन किया। जिन वाढों में सिंगल नाम थे, वहां भी दूसरे को टिकट दिया। नतीजा ये हुआ कि 11 पूर्व पार्षदों के टिकट कट गए।
वहीं 2019 के पहले चुनाव में जीतने वाले पार्षदों को जोड़ दें, तो यह संख्या और बढ़ आएगी। हालांकि जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी जो वार्ड क्रमांक 52 से पार्षद बने थे, उन्होंने आवेदन नहीं दिया था। उस वार्ड से दिलीप पाटिल को टिकट मिला है।
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वार्ड 23 से सीताराम जायसवाल पार्षद थे, वहां से उनके परिवार को टिकट न देते हुए सुखवती सूर्यवंशी पर पार्टी ने भरोसा जताया। वार्ड 35 से प्रियंका यादव ने फिर से पार्षद बनने टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने आदेश पांडेय को टिकट दिया। पूर्व शहर अध्यक्ष सीमा पांडेय को भी मायूसी हाथ लगी। वार्ड 47 में पूर्व पार्षद विमला यादव को छोड़ पार्टी ने मोहन श्रीवास को टिकट दिया है।
22 नंबर में निकितेश की बजाय संतोष को टिकट
वार्ड 22 से चुनाव लड़ने पूर्व मेयर रामशरण यादव की पत्नी विनीता यादव व पूर्व सभापति शेख नजीरुद्दीन ने आवेदन किया था पर चयन समिति की बैठक में दोनों ने ही नाम वापस ले लिया। निकितेश यादव का नाम तय हुआ पर ऐन वक्त में संतोष श्रीवर को टिकट दी गई।
किसी वार्ड से मसीही समाज को टिकट नहीं
मसीही समाज की महोट बेंजामिन ने वार्ड नंबर 28, एडवर्ड मसीह ने 29, तो वार्ड 23 से ब्यूला सोनी ने टिकट मांगा था। लेकिन इनमें से किसी को भी टिकट नहीं मिला। इससे समाज ने नाराजगी जताई है। निलेश मसीह ने बताया कि टिकट समाज की बैठक चल रही है।
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विवादों में घिरे तैयब से पार्टी ने किया किनारा, सिंगल नाम था पर टिकट नहीं दिया
वार्ड नंबर 32 से स्वर्णा शुक्ला ने आवेदन करने के बाद नाम वापस ले लिया था। इस वार्ड से पूर्व पार्षद तैयब हुसैन का सिंगल नाम शहर अध्यक्ष विजय पांडेय लेकर गए थे। दूसरे नेताओं ने भी सहमति दी थी, लेकिन बाद में पार्टी ने असद अहमद खान को टिकट दे दिया। बता दें कि तैयब पर सुसाइड करने के लिए मजबूर करने, जमीन के लिए परिवार वालों को धमकी देने जैसे आरोप लग चुके हैं।
दोनों लिस्ट में 8 प्रत्याशियों के नाम अलग-अलग शहर अध्यक्ष विजय पांडेय के साइन से जारी लिस्ट में वार्ड नंबर 23 में जुबीन रिजवी, वार्ड 34 से गीता प्रजापति, 37 से सनरुज निशा, वार्ड 39 से किशोर घोरे, वार्ड 40 से ओम कश्यप, 44 से शबाना बेगम, वार्ड 61 से मयंक सिंह गौतम तो वार्ड 70 से सत्तारू वेंकट रामकृष्णा राव को टिकट देना बताया गया।
जबकि पीसीसी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू के हस्ताक्षर से जारी लिस्ट में इनकी बजाय दूसरे को टिकट मिलना बताया गया। इसे लेकर चर्चा रही कि शहर अध्यक्षको जो लिस्ट मिली थी, वह बाद में रायपुर में बदल गई। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जिसके नाम पर बी फॉर्म आएगा, उसे ही प्रत्याशी माना जाएगा।
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