अब कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनना नहीं आसान,  बताना होगा क्यों चाहिए कमान, पूछे जाएंगे 12 सवाल

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जिलाध्यक्ष बनने के लिए अब दावेदारों से 12 सवाल पूछे जाएंगे। इसमें पार्टी के लिए किए गए काम और कार्यकर्ता की राय को प्राथमिकता दी जाएगी।

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Arun Tiwari
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Chattishgarh congress

Photograph: (the sootr)

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RAIPUR.छत्तीसगढ़ कांग्रेस में इस बार जिलाध्यक्ष की कुर्सी सिर्फ नाम और पहुंच से नहीं मिलेगी। एआईसीसी ने चयन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की तैयारी कर ली है। दावेदारों को तीन पन्नों का आवेदन भरना होगा, जिसमें 12 बिंदुओं पर विस्तार से जवाब देना अनिवार्य होगा।

खासकर यह कि उन्होंने पार्टी के लिए क्या-क्या किया और क्यों वे जिले की कमान संभालने के लायक हैं। कांग्रेस आलाकमान ने साफ किया है कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति अब स्थानीय सर्वे, कार्यकर्ताओं की राय और रिपोर्ट कार्ड के आधार पर होगी। ऊपर से थोपे गए नामों की परंपरा खत्म होगी।

दोबारा दावेदारी करने वालों से भी उनके पूरे कार्यकाल का हिसाब मांगा गया है वो भी संगठन विस्तार, सदस्यता अभियान और बूथ गठन जैसे कामों की रिपोर्ट के साथ।

8 से 15 अक्टूबर तक रायपुर में रहेंगे पर्यवेक्षक 

रायपुर शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष चयन के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक प्रफुल्ल गुडाडे 8 से 15 अक्टूबर तक रायपुर में रहेंगे। वे न केवल दावेदारों से चर्चा करेंगे, बल्कि डॉक्टर, वकील, समाजसेवी, इंजीनियर, वरिष्ठ नागरिक और मीडिया के लोगों से रायशुमारी कर यह समझने की कोशिश करेंगे कि जमीनी स्तर पर कौन नेता कितना स्वीकार्य है। इस पूरे अभियान को संगठन सृजन नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत पार्टी अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।  

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क्या होगा इस अभियान में 

  1. जिले और ब्लॉक स्तर पर पुनर्गठन होगा,
  2. हर पदाधिकारी का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा,
  3. कार्यकर्ताओं की राय को प्राथमिकता दी जाएगी,
  4. और एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिलाओं व युवाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा।

आवेदन में पूछे जाएंगे 12 सवाल 

आवेदन पत्र में सिर्फ नाम और पद नहीं, बल्कि पूरी राजनीतिक यात्रा की जानकारी देनी होगी। इसमें क्या आपने कोई चुनाव लड़ा है, क्या कभी किसी दूसरे दल में रहे, क्या कोई आपराधिक रिकॉर्ड है, क्या आपने पार्टी ट्रेनिंग में हिस्सा लिया, और आखिर में आप कांग्रेस के जिलाध्यक्ष क्यों बनना चाहते हैं। 

12 सवाल जो दावेदारों से पूछे जाएंगे

  1. क्या आपने कभी कोई चुनाव लड़ा है?

  2. क्या आप कभी किसी अन्य पार्टी का हिस्सा रहे हैं?

  3. क्या आपके खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड है?

  4. क्या आपने कभी पार्टी की ट्रेनिंग में भाग लिया है?

  5. आपने पार्टी के लिए क्या किया है?

  6. आपके द्वारा किए गए कार्यों का विस्तृत विवरण दें।

  7. आप पार्टी के लिए कौन से कार्य करते हैं, जो आपके अनुसार महत्वपूर्ण हैं?

  8. पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में आपका दृष्टिकोण क्या है?

  9. आप क्यों चाहते हैं कि आपको जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाए?

  10. क्या आप पार्टी के लिए सदस्यता अभियान में सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे?

  11. जिले के बूथ गठन के लिए आपकी रणनीति क्या होगी?

  12. आपके द्वारा किए गए योगदान का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करें। 

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रायपुर में बढ़ी होड़, शहर-ग्राम दोनों में दावेदारों की कतार 

रायपुर शहर में विनोद तिवारी, श्रीकुमार मेनन, पंकज मिश्रा, सुबोध हरितवाल, कन्हैया अग्रवाल, सुनील कुकरेजा, राजू तिवारी, अजय साहू, प्रीति उपाध्याय, विकास तिवारी, सारिक रईस खान, संजीव शुक्ला और देवेंद्र यादव समेत एक दर्जन से अधिक दावेदार हैं।

वहीं ग्रामीण क्षेत्र में नागभूषण राव, भावेश बघेल, पप्पू बंजारे, प्रवीण साहू, विपिन मिश्रा और उधोराम वर्मा जैसे नाम दावेदारी में आगे हैं।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस एआईसीसी कांग्रेस आलाकमान जिलाध्यक्ष रायपुर पर्यवेक्षक रायशुमारी
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